आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि डीएमके के उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में जो कहा, वह उससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब किसी राजनीतिक दल का कोई व्यक्ति कुछ कहता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि भारत में पूरा विपक्षी गठबंधन उसी बात पर विश्वास करता है। चड्ढा ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ''मैं सनातन धर्म से हूं। मैं ऐसे बयानों की निंदा और विरोध करता हूं। इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए। किसी को भी धर्म पर ऐसी टिप्पणी करने से बचना चाहिए। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।''
गठबंधन का आधिकारिक रुख नहीं
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मुद्दे को लेकर 'इंडिया' गठबंधन पर हमलावर है। भाजपा ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन पर वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को निशाना बनाने का छिपा हुआ ''एजेंडा'' चलाने का आरोप लगाया। आप नेता ने कहा, ''किसी पार्टी का कोई नेता इस तरह की टिप्पणी करता है… इसका मतलब यह नहीं है कि यह गठबंधन का बयान है। देश के सामने महंगाई, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों को उठाने के लिए गठबंधन बनाया गया है। एक राज्य के एक जिले में खड़े होकर किसी छोटे नेता द्वारा दिया गया बयान, गठबंधन का आधिकारिक रुख नहीं है।''
शरद पवार के आवास पर समिति की बैठक होगी
आगामी लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने 'इंडिया' गठबंधन बनाया है। चड्ढा उस 14-सदस्यीय समन्वय समिति के सदस्य हैं, जो 'इंडिया' गठबंधन की निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था है। बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के आवास पर समिति की बैठक होगी।