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उदयनिधि स्टालिन ने लिखा डीएमके कार्यकर्ताओं को पत्र, सनातन धर्म पर बताई अपनी प्रतिक्रिया

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की डेंगू मलेरिया जैसे बीमारियों से तुलना की। जिसपर मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे पप्रियांक खरगे ने समर्थन दिखाया। इसके बाद से ही इन दोनों की मुश्किलें बढ़ गई इतना ही नहीं बल्कि दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ।

Hemendra Singh
देश में एक के बाद एक मुद्दे सामने आ रहे हैं जिस कदर लोकसभा चुनाव चरम पर है उसी कदर विवादित बयान और विवादित मुद्दे देश की जनता को भटकाने का काम कर रहे हैं। जी हां इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की डेंगू मलेरिया जैसे बीमारियों से तुलना की। जिसपर मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे पप्रियांक खरगे ने समर्थन दिखाया। इसके बाद से ही इन दोनों की मुश्किलें बढ़ गई इतना ही नहीं बल्कि दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ।  जिसके बाद सनातन धर्म पर अपनी टिप्पणी तमिलनाडु के खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने अपनी स्थिति के बारे में डीएमके कैडरों को चार पन्नों का एक खुला पत्र लिखा है।
डीएमके किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं- उदयनिधि 
उदयनिधि ने कहा, "डीएमके किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है।" दिवंगत द्रमुक विचारक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सी.एन.अन्नादुरई का हवाला देते हुए उदयनिधि ने कहा कि 'यदि कोई धर्म समानता और जातिविहीन समाज की वकालत कर रहा है, तो वह एक आध्यात्मिक व्यक्ति बन जाएंगे, लेकिन यदि कोई धर्म जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है, तो वह इसका विरोध करने वाले पहले व्यक्ति होंगे।'
भाजपा उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश कर रही है- उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन ने राज्य सरकार से अयोध्या के संत परमहंस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का भी अनुरोध किया, जिन्होंने उनका सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संत परमहंस का पुतला जलाने का भी आह्वान नहीं किया।द्रमुक के युवा वंशज ने यह भी कहा कि भाजपा उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश कर रही है और यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है।