Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में 17 दिनों से फंसे श्रमिक मंगलवार को सुरक्षित बहार निकल लिए गए हैं। हालाकिं Rescue कर रही टीम को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन जब रहत कार्य चल रहा था उस बीच uttrakhand के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा से करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है. शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि कौन हैं बाबा बौख नाग जी और आखिर टनल से क्या है उनका खास कनेक्शन।
Highlights Points
उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित निकाले गए बाहर
स्थानीय लोगों का दावा, बाबा बौख नाग जी की कृपा से हुआ कल्याण
हर साल बड़ी संख्यां में मंदिर आते हैं श्रद्धालु
बाबा बौख नाग जी (Baba bokh nag devta) को वहां पहाड़ों का देवता माना जाता है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बाबा बौख नाग देवता का मंदिर स्थित है। जहां प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्यां में श्रद्धालु बाबा का दर्शन करने मंदिर में आते हैं। इस मंदिर को लेकर यह भ मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से मंदिर तक नंगे पैर आकर दर्शन करता है बाबा बौख जी उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं। यहां अधिकतर नवविवाहित और निसंतान लोग दर्शन के लिए मत्था टेकने अवश्य आते हैं. बता दें कि टनल हादसा होने के बाद इस मंदिर में लगातार पूजा-अर्चना की जा रही है।
टनल हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए पहुंचे विदेशी एक्सपर्ट ने भी इस मंदिर में पहुंचकर बाबा बौख नाग देवता के दर्शन किए हैं। अंतरराष्ट्रीय सुरंग एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स ने बचाव कार्य के दौरान बाबा बौखनाग देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना की। NDRF और SDRF की टीम लगातार जुटी रही, साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कई बार घटना स्थल पर पहुंचे और सुरंग में फंसे श्रमिकों से बात की।
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