मोदी सरकार द्वारा बुलाया गया संसद का विशेष सत्र नए भवन में आयोजित हो सकता है। सूत्रों की माने तो संसद के इस विशेष सत्र के पहले दिन 18 सितंबर को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही संसद के पुराने भवन में उसी तरह से शुरू होगी जैसा कि पहले हुआ करती थी और विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 19 सितंबर (गणेश चतुर्थी) से दोनों सदनों की कार्यवाही नए भवन में हो सकती है। हालांकि इसे लेकर अभी तक आधिकारिक स्तर पर कोई घोषणा नहीं की गई है लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
बता दें कि, अमृत काल के समय में मोदी सरकार ने संसद का यह विशेष सत्र बुलाया है। 18 से 22 सितंबर के दौरान आयोजित होने वाले संसद के इस विशेष सत्र में 5 बैठकें होंगी। यह 17वीं लोक सभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी इस विशेष सत्र को लेकर पहले ही यह उम्मीद जता चुके हैं कि अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में उन्हें संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने की उम्मीद है। कयास लगाए जा रहे हैं कि विशेष सत्र के दौरान मोदी सरकार महिला आरक्षण बिल पेश कर सकती है, साथ ही एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर भी कुछ बड़ा निर्णय हो सकता है।