जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि शनिवार को सोपोर में सुरक्षा बलों पर हुए हमले में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। हमले में दो पुलिसकर्मियों और दो नागरिकों की मौत हो गयी। एक कार्यक्रम में दो दिवंगत पुलिस कांस्टेबल को श्रद्धांजलि देने के बाद डीजीपी ने कहा कि गुनहगारों की पहचान कर ली गयी है और जल्द ही उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 ड्यूटी पर तैनात सोपोर थाने की एक टीम पर हमला हुआ। डीजीपी ने कहा कि जवाबी कार्रवाई के दौरान चार पुलिसकर्मी और तीन आम नागरिक घायल हो गए। बाद में कांस्टेबल वसीम और शौकत की मौत हो गयी, जबकि उपनिरीक्षक मुकेश कुमार और एसपीओ दानिश का उपचार चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है।
हमले में घायल हुए तीन नागरिकों में से दो की मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि आरंभिक तथ्यों के आधार पर आतंकी संगठन की पहचान हुई है और आगे जांच जारी है। डीजीपी ने कहा, ''सुरक्षा बलों ने इलाके में अभियान शुरू किया है और हमें उम्मीद है हम जल्द ही अपराध के गुनहगारों को न्याय के कटघरे में लाएंगे।
हमारी सूचना के मुताबिक इस घटना में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता थी और हमने हमले में शामिल आतंकियों की पहचान कर ली है, लेकिन अभी इस बारे में ब्योरा साझा नहीं करेंगे।'' उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य सुरक्षा बल खतरनाक परिस्थिति में काम करते हैं और कभी-कभार इस तरह के हमले हो जाते हैं।
हालिया दिनों में क्या आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं, इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस प्रमुख ने कहा, ''अगर आप तुलनात्मक तौर पर देखें तो आतंकवाद बढ़ा नहीं घटा है। सभी इलाकों में पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों का अच्छा नियंत्रण है और अभियान भी चलाए जाते हैं।''