जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच चल रही मुठभेड़ के बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि दो वरिष्ठ अधिकारियों सहित जवानों की मौत का बदला लिया जाएगा। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 'हम सब एक हैं' नामक कार्यक्रम में बोलते हुए एलजी ने कहा कि जहां प्रशासन क्षेत्र में स्थायी शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। जम्मू-कश्मीर के लोग भी आतंकवाद से छुटकारा चाहते हैं। बता दें, इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी शामिल हुए थे।
इस क्षेत्र का योगदान किसी भी अन्य राज्य से कम नहीं होगा
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आगे कहा, हम जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे। इसमें शामिल लोगों को करारा जवाब दिया जाएगा और उन्हें भारी कीमत चुकानी होगी। पूरा देश आज हमारे बहादुर सैनिकों के साथ खड़ा है। मैं मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि जम्मू-कश्मीर के लोग भी आतंकवाद से छुटकारा चाहते हैं। हम सभी को क्षेत्र में आतंकवाद को हराने और सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने का संकल्प लेना चाहिए। विकसित भारत के निर्माण में इस क्षेत्र का योगदान किसी भी अन्य राज्य से कम नहीं होगा।
कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष धोंचक बहुत बहादुर सैनिक थे
आपको बता दें, इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल (RETD) केजेएस ढिल्लों ने रविवार को कहा था कि अनंतनाग मुठभेड़ में मारे गए तीन सुरक्षाकर्मी-दो भारतीय सेना अधिकारी और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारी- अत्यधिक प्रेरित अधिकारी थे। जिनके पास जवाबी कार्रवाई का काफी अनुभव था। लेफ्टिनेंट ढिल्लों ने बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष धोंचक बहुत बहादुर सैनिक थे। दोनों को बहुत सम्मानित किया गया था। उनके पास आतंकवाद विरोधी अभियानों का काफी अनुभव था ।