लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 राज्यों और एक केन्द्र शासित प्रदेश में 95 लोकसभा सीटों के लिए आज औसतन 64.73 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव आयोग ने यहां बताया कि हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा।
सर्वाधिक 76.43 प्रतिशत मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ जबकि सबसे कम 45.28 प्रतिशत जम्मू कश्मीर में हुआ। मणिपुर में 76.15 प्रतिशत तथा असम में 76.14 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
पुड्डुचेरी में 75.15 प्रतिशत, छत्तीसगढ में 71.34 प्रतिशत, कर्नाटक में 66.50 प्रतिशत, तमिलनाडु में 72 प्रतिशत ओडिशा में 64 प्रतिशत, बिहार में 62.52 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 62.3 प्रतिशत और महराष्ट्र में 62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
ज्ञात हो कि पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 97 सीटों पर 69.4 प्रतिशत मतदान हुआ था। दूसरे चरण में तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटों पर मतदान हुआ। इस चरण में तमिलनाडु की वेल्लोर और त्रिपुरा की पूर्वी त्रिपुरा सीट पर मतदान स्थगित किया गया है। वहीं कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों पर 61.84 प्रतिशत तथा महाराष्ट्र की दस सीटों पर 62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
उन्होंने बताया मतदान के ये अंतिम आंकड़े नहीं हैं। अभी तमाम लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है। उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 69.62 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार में दूसरे चरण में, पिछले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की तुलना में मतदान लगभग एक प्रतिशत बढ़ा है। जबकि उड़ीसा में मतदान में गिरावट दर्ज की गयी है।
आयोग के आंकड़ों के मुताबिक शाम छह बजे तक उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर 62.3 प्रतिशत और बिहार की पांच सीटों पर 62.53 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
उड़ीसा की पांच लोकसभा सीटों पर 64 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर 76 प्रतिशत और जम्मू कश्मीर की दो सीटों (उधमपुर और श्रीनगर) पर सबसे कम 43.4 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में शुमार छत्तीसगढ़ की तीन सीटों (राजनंदगांव, महासमंद और कांकेर) पर 71 प्रतिशत मतदान हुआ।
उन्होंने बताया कि उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर मामूली घटनाओं को छोड़कर सामान्य रूप से मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान के दौरान तीन मतदान कर्मियों और एक मतदाता की मौत की जानकारी मिली है। इनमें एक मतदान अधिकारी की उड़ीसा में दिल का दौरा पड़ने से मौत की घटना शामिल है। इसके अलावा मणिपुर में ईवीएम क्षतिग्रस्त किये जाने का भी मामला सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण के मतदान वाली सीटों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होना था। कुछ सीटों पर शाम छह और कुछ पर सात बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया था।
सिन्हा ने बताया कि दूसरे चरण का मतदान पूरा होने तक 14 राज्यों की सभी सीटों पर मतदान हो चुका है। इस चरण में उड़ीसा की 35 विधानसभा सीटों पर भी मतदान हुआ। इसके अलावा तमिलनाडु में 18 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिये वोट डाले गये।
मतदान के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों पर 1.45 प्रतिशत वीवीपेट मशीनें बदलनी पड़ीं।