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गोडसे प्रकरण : भाकपा ने की बीजेपी से प्रज्ञा और हेगड़े को पार्टी से निकालने की मांग

इसके बाद अनंत कुमार ने भी ट्वीट कर कहा कि गोडसे के प्रति नजरिया बदलने की जरूरत है, माफी मांगने की नहीं। कुछ समय बाद उन्होंने भी अपना ट्वीट हटा दिया।

Desk Team

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बीजेपी नेताओं के बयानों को भाकपा ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि बीजेपी इन बयानों से खुद को अलग कर तब तक अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है, जब तक कि इन नेताओं को पार्टी से निष्काषित नहीं किया जाता है।

भाकपा ने शुक्रवार को जारी बयान में भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयानों को स्वतंत्रता आंदोलन का अपमान करार दिया। पार्टी ने बीजेपी से इस मामले में देश से माफी मांगने की मांग की। उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ठाकुर ने गुरुवार को कहा था कि महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे और जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपनी गिरेबां में झांककर देखें। बाद में, ठाकुर ने माफी मांग कर अपना बयान वापस ले लिया।

इसके बाद अनंत कुमार ने भी ट्वीट कर कहा कि गोडसे के प्रति नजरिया बदलने की जरूरत है, माफी मांगने की नहीं। कुछ समय बाद उन्होंने भी अपना ट्वीट हटा दिया। भाकपा ने कहा कि बीजेपी नेताओं के बयान से पार्टी की विचारधारा का पता चलता है। भाकपा ने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि हिंदू महासभा और आरएसएस की देश के स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका नहीं रही, ना ही ये संगठन भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक संविधान से कभी सहमत रहे हैं।

भाकपा ने कहा कि बीजेपी को न सिर्फ देश से माफी मांगनी चाहिये बल्कि गांधी जी के बारे में इस तरह के बयान देने वाले नेताओं को बीजेपी से निष्कासित करना चाहिये। पार्टी ने मध्य प्रदेश सरकार से प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की भी मांग की।