मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि वे मैहर शहर को जिला बना रहे हैं। इसका मतलब यह है कि शहर की जरूरतों का ख्याल रखने के लिए मैहर की अपनी ही स्थानीय सरकार और अधिकारी होंगे। यह राज्य का 56वां जिला होगा और आपको बता दें की इस पर फैसला एक बार पहले भी मार्च 2020 में हुआ था, लेकिन उस वक्त ऐसा नहीं हुआ था। विंध्य क्षेत्र में भाजपा नामक राजनीतिक दल की विशेष यात्रा के दौरान मैहर नामक स्थान को एक विशेष उपहार मिला। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि मैहर अपना जिला बनेगा। उन्होंने अन्य महत्वपूर्ण लोगों के साथ एक वीडियो मीटिंग के दौरान यह घोषणा की, मैहर को जिला बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
मध्य प्रदेश में हुए अब इतने जिले
अब रीवा संभाग में मऊगंज और मैहर नाम से दो नए जिले बनने जा रहे हैं। इन जिलों को मौजूदा सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली जिलों में जोड़ा जाएगा। मैहर जिले में सतना जिले की 10 तहसीलें शामिल होंगी, लेकिन उनमें से तीन, उचेहरा, मैहर और अमरपाटन, को सतना से हटाकर मैहर जिले में शामिल किया जाएगा। वर्तमान में, मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं, लेकिन मैहर जिले के शामिल होने के साथ, यह राज्य का 56 वां जिला बन जाएगा। सरकार विंध्य के नागदा को जिला बनाने पर भी विचार कर रही है।
कमलनाथ सरकार ने लगाई थी मुहर
मार्च 2020 में हमारे शहर के नेता मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि मैं मैहर को जिला बनाने पर सहमत हूं। मैहर में सभी लोग इस बात से बहुत खुश हुए और जश्न मनाया। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि मैहर को जिला बनाने की योजना बंद हो गई। नारायण त्रिपाठी नाम के एक राजनेता भी चाहते थे कि मैहर एक जिला बने। अब लोग कह रहे हैं कि दूसरी राजनीतिक पार्टी बीजेपी मैहर को जिला बनाना चाहती है ताकि उनके पास ज्यादा ताकत हो।