इस समय देश में महिला आरक्षण का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। इसी बीच मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की नेता उमा भारती ने महिला आरक्षण बिल में OBC महिलाओं के लिए आरक्षण लागू करने की मांग की है।बता दें उमा भारती ने इसे हिंदुत्व और आगामी चुनाव से जोड़कर पेश किया है। इस मांग के पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि ऐसा करने से OBC वर्ग हिंदुत्व से खुद को अलग-थलग महसूस नहीं करेगा और आगामी चुनाव में भाजपा के साथ जुड़ा रहेगा।
बिल में कैटेगरी के अनुसार भी उप-कोटा रिजर्व होना चाहिए- भारती
दरसअल, उमा भारती ने बीते दिनों महिला आरक्षण के विधेयक के मुद्दे पर बोलते हुए कहा था कि बिल में कैटेगरी के अनुसार भी उप-कोटा रिजर्व होना चाहिए। शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा, "मध्य प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं, इसलिए इसे अभी लागू किया जा सकता है। राजनीतिक दल पिछड़ी जाति की महिलाओं को बिना आरक्षण के टिकट देते हैं। आरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है, केवल आपकी इच्छा शक्ति की आवश्यकता है।"
ओबीसी समुदाय को उसका स्थान देना होगा- भारती
उमा भारती ने कहा कि ओबीसी वर्ग को "हिंदुत्व के साथ रहना चाहिए और हिंदुत्व का विरोध करने वाले नेताओं के पास नहीं जाना चाहिए, और आरक्षण इसे हासिल करने का तरीका है।" उन्होंने कहा कि अगर आप चाहते हैं कि भारत माता मजबूत हो तो आपको ओबीसी समुदाय को उसका स्थान देना होगा, उनका अपमान न करें।
उमा भारती ने 19 नामों की एक सूची पार्टी के आलाकमान को भेजी
बता दें बीते दिनों उमा भारती ने 19 नामों की एक सूची पार्टी के आलाकमान को भेजी थी। लिस्ट में उन नेताओं के नाम थे जिन्हें वह आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों के रूप में देखना चाहती थीं। इसके बाद, उनके एक समर्थक प्रीतम सिंह लोधी को आगामी चुनावों में पिछोर से टिकट दिया गया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि उनके भतीजे राहुल सिंह लोधी को भी चौहान सरकार में शामिल किया गया था, जिसे भारती को खुश करने के कदम के रूप में देखा गया, जो राज्य में पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते थे।