पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जारंगे ने अपना अनशन वापस ले लिया है। मनोज जारंगे 17 दिनों से आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे। इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद और शिंदे के हाथों से जूस पीकर उन्होंने अपना अनशन खत्म किया है।
बता दें मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जालना के अंतरवाली सराती गांव में मनोज जारांगे द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल आज खत्म हो गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे समेत कैबिनेट के कई मंत्रियों की मौजूदगी दिख रही है। जारंगे ने मुख्यमंत्री शिंदे से जूस लेकर अपना अनशन खत्म कर दिया है।
मुख्यमंत्री के अनुरोध के बाद जारंगे ने भी अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी
आपको बता दें आरक्षण मुद्दे को सुलझाने के लिए जारंगे ने सरकार को एक महीने का समय दिया है। उन्होंने कल सीएम शिंदे से मिलने की मांग की थी और इसके बाद अनशन को खत्म करने की बात भी कही थी।अब आखिरकार मुख्यमंत्री शिंदे अंतरवाली गांव पहुंचे और जारंगे से चर्चा कर उनसे अनशन खत्म करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री के अनुरोध के बाद जारंगे ने भी अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी।
जारंगे पाटिल ने यह रुख अपनाया
दरअसल, जारंगे पाटिल ने यह रुख अपनाया था कि वह मुख्यमंत्री के हाथों अपनी भूख हड़ताल खत्म करेंगे, इसलिए मुख्यमंत्री शिंदे बुधवार शाम पांच बजे सराती गांव अंतरवाली जा रहे थे। इसको लेकर सारी तैयारियां भी कर ली गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर शिंदे ने अपना दौरा रद्द कर दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की और बताया कि उनका प्रतिनिधिमंडल जारंगे से चर्चा कर रहा है।