कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने गुरुवार को साइन बोर्डों पर कन्नड़ भाषा में जानकारी प्रदर्शित करने पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी विरोध कर सकता है, लेकिन किसी को भी सरकारी या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने कानून को हाथ में न लेने की हिदायत दी।
टीए नारायण गौड़ा गुट वाले कन्नड़ संगठन कर्नाटक रक्षणा वेदिके ने बुधवार को उन दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जिन पर कन्नड़ भाषा में साइनबोर्ड, विज्ञापन और नेम प्लेट नहीं लगे हुए थे। कर्नाटक रक्षणा वेदिके कन्नड़ डिस्प्ले के लिए साइनबोर्ड पर 60 फीसद जगह मांग रहा है। बेंगलुरु की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने कर्नाटक रक्षणा वेदिके के अध्यक्ष टीए नारायण गौड़ा सहित 29 से अधिक कार्यकर्ताओं को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि टीए नारायण गौड़ा सहित अन्य लोगों को बुधवार की बर्बरता के बाद गिरफ्तार किया गया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार कन्नड़ समर्थकों के खिलाफ मामले वापस लिये जाएंगे? इस पर मुख्यमंत्री ने दोहराया कि किसी को भी कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए और सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन के खिलाफ नहीं है।
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