Punjab: पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार लोगों से धान की पराली में आग न लगाने की अपील कर रही है, लेकिन कुछ किसान ऐसा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। फिरोजपुर जिले के जयमलवाला गांव में धान की पराली में लगाई गई आग से एक किसान की मौत हो गई। इसके अलावा तीन युवक झुलस गए और उन्हें उपचार के लिए मल्लांवाला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
3 लोग बुरी तरह झुलसे
कमाला बोधला गांव के दोनों भाई गुरप्रीत सिंह और जश्नप्रीत सिंह तथा वस्ती बागेवाला निवासी अनमोल प्रीत सिंह अपने घर से दिवाली का सामान खरीदने के लिए कस्बा मल्लांवाला जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में किसान अशोक कुमार मोगा और मेशा ने अपनी जमीन में धान की पराली को आग लगा दी थी। जब ये युवक सड़क से गुजरने लगे तो धुएं और आग की लपटों के सामने बेबस होकर गिर पड़े और आग की लपटों में घिर गए। तीनों युवकों के पैर और हाथ बुरी तरह झुलस गए और मोटरसाइकिल पूरी तरह जलकर राख हो गई।
पराली जलाने की संख्या में बढ़ोत्तरी
घायल युवकों को मल्लांवाला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर के मुताबिक तीनों की हालत स्थिर है। पंजाब के पटियाला, फिरोजपुर और मानसा जैसे अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में खेतों में आग लगाने की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है। राज्य के सभी जिलों में से संगरूर में पराली जलाने के 89 मामले सामने आए, जो गुरुवार को सबसे ज्यादा है। संगरूर के बाद फिरोजपुर में 65 मामले सामने आए, जबकि मनसा में 40 मामले सामने आए।
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