पंजाब में किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए एक समिति बनाने और हालिया बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज की मांग को लेकर अमृतसर में दूसरे दिन भी अपना "रेल रोको" विरोध प्रदर्शन जारी रखा। , 2020-21 में कृषि ऋण से राहत और दिल्ली में आंदोलन से संबंधित मुकदमों की वापसी। पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसानों द्वारा बुलाया गया तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन गुरुवार को शुरू हुआ और शनिवार (30 सितंबर) तक जारी रहेगा।
ट्रेनें रद्द होने से लोगों को हो रही है परेशानी
विरोध स्थल के दृश्यों में दिखाया गया है कि सैकड़ों किसान रेलवे पटरियों पर बैठे हैं और अपनी मांगों के लिए नारे लगा रहे हैं। विरोध के कारण गुरुवार को अंबाला-श्री गंगानगर रूट पर कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं, फिरोजपुर में ट्रेन की पटरियों पर विभिन्न किसान संगठनों के सदस्यों के बैठने के कारण फिरोजपुर डिवीजन की कम से कम 18 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। फिरोजपुर डिवीजन के एक रेलवे अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि रेल नाकाबंदी आंदोलन के पहले दिन अब तक 18 ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। बता दें कि ट्रैंने रद्द होने से लोगों को सफर करने में दिक्कत हो रही है, क्योंकि काफी ट्रेनों को रद्द कर दी गई है, जिससे लोगों को कही भी आने जाने में कई घंटों तक इतंजार कर पड़ रहा है।
आंदोलनकारियों की जानें मांग
उन्होंने कहा, उनमें से 12 ट्रेनें, जो यहां से रवाना हुईं और यहां पहुंचीं, रद्द कर दी गई हैं और बाकी लंबी रूट की ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है। विरोध प्रदर्शन में मौजूद किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंधेर ने कहा, अगर किसी ने पंजाब के किसानों के साथ अन्याय करने की कोशिश की, तो हरियाणा के किसान भी पंजाब के किसानों के साथ शामिल हो जाएंगे। पूरे देश में किसान एकजुट हैं। उत्तर भारत में 18 यूनियनों ने आंदोलन का आह्वान किया है। गृह मंत्री अमित शाह अमृतसर आए थे और उन्होंने एमएसपी गारंटी कानून लाने का वादा किया था लेकिन अभी तक समिति का गठन नहीं किया गया है।