Independence Day 2024: 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सीएम आवास पर तिरंगा फहराया। अपनी भावनाएं उन्होंने सोशल मीडिया मंच पर साझा की। अमर शहीदों को नमन कर प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय पर्व की शुभकामनांए दीं। सीएम भजनलाल शर्मा ने लिखा, "नमो स्वतंत्र भारत की ध्वजा, नमो, नमो नमो नगाधिराज श्रृंग की विहारिणी। राष्ट्रीय गौरव के महापर्व 78 वें स्वतंत्रता दिवस की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आज के इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री आवास पर ध्वजारोहण कर भारत माता की पराधीनता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अद्वितीय त्याग और अटूट समर्पण के साथ सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर शहीदों का स्मरण कर उन्हें सादर नमन किया। जय हिंद, जय भारत।"
पूरे देश में आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आफिसों, स्कूलों, और हर सरकारी, गैर सरकारी संस्थान के अलावा गली-चौराहों पर धूमधाम से झंडा रोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। बता दें, 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण किया। पीएम ने विशाल जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने इस दिवस को आजादी के दीवानों को याद करने का पर्व माना।
पीएम मोदी ने कहा, युवा हो, बुजुर्ग हो.. गांव के लोग हों, शहर के लोग हैं, कामदार हों, दलित हो, आदिवासी हो, जंगल में रहने वाले लोग हों। हर किसी ने 2047 में विकसित भारत के लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। मैं जब इन्हें देखता था तो काफी खुश होता था। कुछ लोगों ने कहा कि दुनिया का स्टील कैपिटल बनना जरूरी है।कुछ लोगों ने भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सुझाव दिया। कुछ लोगों ने भारत की यूनिवर्सिटी को ग्लोबल बनाने के लिए सुझाव दिया। कुछ लोगों ने कहा कि क्या आजादी के इतने सालों बाद मीडिया ग्लोबल नहीं होना चाहिए। लोगों ने सुझाव दिया कि भारत को जल्द से जल्द जीवन के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे देश के नौजवानों को अब विदेशों में पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़े। मध्यवर्गीय परिवार जब अपने बच्चों को विदेश में पढ़ने भेजते हैं तो लाखों करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं। हम ऐसी व्यवस्था स्थापित करना चाहते हैं जिससे हमारे देश के नौजवानों को पढ़ने के लिए विदेश जाना न पड़े। मध्यमवर्गीय परिवारों को लाखों करोड़ों रुपए खर्च न करने पड़े। इतना ही नहीं ऐसे संस्थानो का निर्माण हो कि विदेश के छात्र भारत में पढ़ने के लिए आए। प्रधानमंत्री ने देश के सभी शिक्षण संस्थानों को संबोधित करते हुए कहा की भाषा के कारण हमारे देश के टैलेंट के आगे रुकावट नहीं आनी चाहिए। शिक्षा नीति ने मातृभाषा पर बल दिया है। भाषा अवरोध नहीं होनी चाहिए। मातृभाषा का समर्थन हमारे देश के युवा, गरीब मां के बेटे को भी सपने पूरे करने की ताकत देता है। मातृभाषा पर हमें बल देना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि हमें नई ऊंचाइयों, नए जोश के साथ आगे बढ़ाना है।
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