Rajasthan: कोटा में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कोटा में डेंगू के जानलेवा होने लोगों की चिंता काफी बढ़ गई है और कोटा प्रशासन लगातार इसकी रोकथाम के प्रयास कर रहा है।अब तक डेंगू के कारण 6 लोगों की मौत हो चुकी है।इनमें एक नेता के भतीजे समेत एक कोचिंग छात्रा और 3 अन्य लोग शामिल हैं।
कॉलेज जयपुर की जांच ने डेंगू के घातक स्ट्रेन के एक्टिव होने की पुष्टि की
आपको बता दें कोटा समेत प्रदेश में फैल रहे डेंगू के प्रकोप के बाद एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर की जांच ने डेंगू के घातक स्ट्रेन के एक्टिव होने की पुष्टि की है। डेंगू के डी-2 स्ट्रेन की वजह से मृत्युदर अन्य स्ट्रेन से ज्यादा है। इसकी चपेट में आने से डेंगू शॉक सिंड्रोम व डेंगू हेमेंरेजिक सिंड्रोम हो जाते है। इस कारण मरीज के लिवर व किडनी पर असर पड़ने लगता है। इस दौरान मेडिकल कॉलेज कोटा के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. मनोज सालूजा ने बताया कि इस स्ट्रेन के कारण फेफड़े व पेट के आसपास पानी भरने लगता है। शरीर पर सूजन आने लगती है। पेशाब की मात्रा कम हो जाती है। जो जानलेवा साबित हो रही है।
स्क्रब टाइफस के 2 मामले सामने आए
दरअसल, कोटा में रविवार को 28 और मामले सामने आए हैं, जबकि स्क्रब टाइफस के 2 मामले सामने आए हैं। कोटा में अब तक कुल डेंगू मरीज 395 सामने आ चुके हैं. वहीं स्क्रब टाइफस के 75 मरीज मिले हैं। बढते डेंगू के मामले और हो रही मौतों के बाद नए स्ट्रेन की पुष्टि होने के बाद कोटा जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने मोर्चा संभाल लिया है। शहर में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के बारे में स्थिति देखने कलेक्टर ओपी बुनकर स्वयं शहर में घूम रहे हैं।