राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस सीकर जिले में आठों विधानसभा सीटें फिर से जीतकर इतिहास दोहराना चाहेगी जबकि मुख्य विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी साख कायम करने का प्रयास करेगी। इस बार अभी सीकर जिले की पांच सीट कांग्रेस और दो सीट भाजपा के लिए पहेली बनी हुई हैं और इन सीटों पर दोनों ही पार्टियां अपने प्रत्याशी अभी तक तय नहीं कर पाई है। कांग्रेस को सीकर, धोद, खंडेला, दांतारामगढ और श्रीमाधोपुर क्षेत्र में उम्मीदवार तय करने हैं तो भाजपा को सीकर और खंडेला में अपने उम्मीदवारों का चयन करना है।
फूंक-फूंक कर कदम रख रही कांग्रेस सीकर जिले की आठों सीट फिर से जीतकर इतिहास दोहराना चाहती है तो भाजपा इस बार कांग्रेस के गढ़ में सेंध मारने की कोशिश में हैं। इस बार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) भी जिले में काफी जोर लगा रही हैं और इससे कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। खंडेला विधानसभा क्षेत्र जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए लेकिन जेजेपी ने सरदारसिंह आर्य को अपना प्रत्याशी तय कर दिया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस का फैसला गलत साबित हुआ। तब महादेव सिंह खंडेला की टिकट काट दी गई थी लेकिन खंडेला ने निर्दलीय चुनाव जीत लि