वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से भारत में होने वाला है, जिसके लिए 5 सितम्बर को भारतीय टीम का ऐलान हो चूका है। रोहित शर्मा की कप्तानी में 15 मेंबर की टीम चुनी जा चुकी है, जिसमें बहुत से लोग सूर्यकुमार यादव की जगह पर सवाल उठा रहे हैं, उनका मानना है कि सूर्यकुमार को वर्ल्ड कप टीम में नहीं होना चाहिए, उनकी जगह संजू सैमसन को टीम में होना चाहिए था। इस समय संजू और सूर्यकुमार की डिबेट काफी चल रही है और इसी से जुड़ा एक सवाल पर भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव का वर्ल्ड कप टीम में चयन एकदम सही है।
एक इंटरव्यू के दौरान हरभजन सिंह से सवाल पूछा गया कि क्या सिलेक्टर्स थोड़ा संजू सैमसन पर कठोर हुए और आपका संजू – सूर्या की डिबेट पर क्या कहना है ? जिसका जवाब देते हुए पूर्व स्पिनर ने कहा, "मुझे लगता है सूर्यकुमार यादव एक कंप्लीट प्लेयर हैं। मुझे नहीं लगता है कि संजू सैमसन के साथ सिलेक्टर्स कठोर थे। हां, मुझे लगता है कि संजू एक क्वालिटी प्लेयर है। पर आप 15 खिलाड़ियों को ही सेलेक्ट कर सकते हैं और मुझे लगता है कि सूर्यकुमार यादव का संजू सैमसन की जगह चयन एक सही कदम है। क्योंकि मिडिल ओवर्स में सूर्यकुमार यादव के पास जो गेम है वह शायद संजू के पास अभी तक नहीं है। दोनों खिलाड़ी पहली गेंद पर बड़ा शॉट मार सकते हैं पर जो सूर्यकुमार यादव आपको विश्वास देता है और वह बड़े स्कोर बना सकता है। वहीं दूसरी ओर संजू हाई रिस्क वाला क्रिकेट खेलते हैं।'
इसके आगे हरभजन सिंह ने कहा, 'कुछ लोग सूर्यकुमार यादव के वनडे रिकॉर्ड के बारे में कहेंगे कि उन्होंने इस फॉर्मेट में क्या किया है। पर जो उन्होंने टी20 में किया है अगर वह उतने ही गेंदों के लिए बल्लेबाजी करने आते हैं तो उनसे ज्यादा बेहतर खिलाड़ी पूरे इंडिया में कोई नहीं है। क्यूंकि वो जो इस पोजिशन पर कर सकते है, वो ना रोहित शर्मा, विराट कोहली और नाही संजू कर सकते हैं। नंबर 5 और 6 पर बल्लेबाजी करना सबसे मुश्किल काम है। जो धोनी और युवराज सिंह ने किया है।'
हालांकि संजू और सूर्य के वनडे रिकॉर्ड की बात करें तो उसमें आपको संजू ही ऊपर दिखाई देंगे, संजू ने अब 13 वनडे में 55 की एवरेज से 390 रन बनाए है। जबकि सूर्या ने 26 वनडे में 24 की एवरेज से 511 रन बनाए। इस दौरान संजू के बल्ले से तीन अर्धशतक निकले हैं जबकि सूर्य के बल्ले से केवल 2 अर्धशतक। लेकिन वहीँ टी20 क्रिकेट की बात करें तो हम सबको पता है कि सूर्या दुनिया के किसी भी खिलाड़ी बहुत आगे हैं और यही कारण है कि उनकी यूनिक बैटिंग के कारण उन्हें टीम में शामिल किया गया है और जिस दिन भी उनका बल्ला चला तो वो मैच का अकेले रुख बदलने का दम रखते है। अब देखना होगा अगर सूर्यकुमार को आने वाले मैचों में मौका मिलता है तो वो कैसा प्रदर्शन करते है।