भारतीय टीम इस वक्त एशिया कप खेल रही है और फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है, जहां श्रीलंका के खिलाफ रविवार 17 सितंबर को दोनों के बीच खिताबी मुकाबला खेलना है। वहीं भारत के तेज गेंदबाजों ने इस टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया है। हालांकि इन सबके बीच मोहम्मद शमी को नेपाल के खिलाफ ही एक मुकाबले में मौका मिल पाया है, जो कि टीम के मुख्य गेंदबाज माने जाते हैं। हालांकि शमी को टीम से बाहर बेंच पर बैठाना कितना कठिन है, इसका जवाब भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने उचित तरीके से दिया है।
दरअसल भारतीय गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने मोहम्मद शमी से लेकर गेंदबाजी में वापसी करने वाले जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या को लेकर भी बात की। शमी से पहले पारस ने बुमराह को लेकर कहा कि जसप्रीत बुमराह की वापसी से उनकी तेज गेंदबाजी इकाई मजबूत हुई है और अगले महीने होने वाले विश्व कप के लिए पूरी तरह से फिट चार तेज गेंदबाजों का टीम में शामिल होना सुखद है। हाल ही में आयरलैंड दौरे के दौरान चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद बुमराह ने भारतीय टीम को अपना रंग दिखाया और मौजूदा एशिया कप के दौरान भी अपनी तीव्रता से प्रभावित किया।
मजबूरन शमी को बाहर करने पर पारस ने कहा कि "शमी जैसे खिलाड़ी को बाहर करना बहुत आसान नहीं है। उनके पास जो अनुभव है और उन्होंने देश के लिए जो प्रदर्शन किया है वह अभूतपूर्व है। इस तरह की बातचीत करना कभी आसान नहीं होता है।" इसके बाद पारस ने हार्दिक को लेकर बताया कि"हार्दिक ने जिस तरह से खुद को तैयार किया है, उससे मैं बहुत खुश हूं। इस पर हमने लंबे समय से काम किया है। हम उसके वर्कलोड का प्रबंधन कर रहे हैं।"
पारस ने आगे टीम को लेकर कहा कि "हम खिलाड़ियों के साथ बातचीत के तरीके में स्पष्ट हैं और उन्होंने हम पर भरोसा दिखाया है। खिलाड़ियों को पता है कि हम कोई भी फैसला लेते हैं तो वह टीम के हित में होता है।" भारत एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों का वनडे सीरीज खेलेगा, उसके बाद सीधे विश्व कप में उतरता दिखेगा। इस बार का विश्व कप भारत में खेला जा रहा है, तो भारतीय टीम से लोगों की उम्मीद भी ज्यादा होगी।