19 नवंबर 2023, वो तारीख जिसने हर भारतीय क्रिकेट फैन का दिल तोड़ दिया था और सबकी आँखे नम कर दी थी | ये वही तारीख है जब ICC ODI वर्ल्ड कप का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया था | भारत के लिए 2023 विश्व कप बहुत ख़ास था क्यूंकि वो टूर्नामेंट उनकी सरज़मी पर आयोजित हुआ था | भारतीय टीम विश्व कप फाइनल में ग्रुप स्टेज के सभी 9 मुकाबलें जीत कर फाइनल में पहुंची थी | हर भारतीय प्रशंसक को पूरी उम्मीद थी की एक दशक बाद आख़िरकार कोई ICC ट्रॉफी घर आएगी | लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था.....
प्रशंसक को पूरी उम्मीद थी की एक दशक बाद आख़िरकार कोई ICC ट्रॉफी घर आएगी | लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था.....उस दिन वर्ल्ड कप के खिताब को जीतने का 12 साल का इंतजार अपनी ही सरजमीं पर भी खत्म नहीं हो सका। फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 6 विकेट से हराते हुए रोहित की पलटन का चैंपियन बनने का सपना चकनाचूर कियाथा ।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाने वाली टीम इंडिया खिताबी मुकाबले में पूरी तरह से बेरंग नजर आई।चलिए आपको बता ते हैं क्या कुछ उस मुकाबले में हुआ था और किन गलतियों के चलते भारत ये मुकाबला नहीं जीत पायी थी पहली गलती थी उस पुरे टूर्नामेंट में में टीम इंडिया को हर मुकाबले में रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी ने दमदार शुरुआत दी थी। हालांकि, फाइनल मैच में रोहित और गिल की जोड़ी यह कमाल नहीं कर सकी।
हिटमैन के बल्ले से तो रन निकले, लेकिन शुभमन महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौटे।रोहित शर्मा और विराट कोहली के पवेलियन लौटने के बाद भारतीय टीम का मध्यक्रम फाइनल में बुरी तरह से लड़खड़ा गया। केएल राहुल एक छोर संभालकर तो खड़े रहे, लेकिन उनको किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिल सका। श्रेयस अय्यर महज 4 रन बनाकर आउट हुए, तो जडेजा भी मात्र 9 रन बनाकर चलते बने। सूर्यकुमार यादव ने भी खिताबी मुकाबले में बल्ले से खासा निराश किया।सेमीफाइनल की तरह ही फाइनल में ही भारतीय टीम को मोहम्मद शमी से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, खिताबी मुकाबले में शमी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। भारतीय तेज गेंदबाज ने अपने 7 ओवर के स्पेल में 47 रन खर्च किए और उनकी झोली में सिर्फ एक विकेट आया।वर्ल्ड कप 2023 में बीच के ओवर्स में भारत के स्पिनर्स का जलवा रहा था। खिताबी मुकाबले में भी कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा की जोड़ी से कप्तान रोहित शर्मा को एकबार फिर ऐसे ही जोरदार प्रदर्शन की उम्मीद थी।
हालांकि, कंगारू टीम के खिलाफ खिताबी मुकाबले में ना तो कुलदीप की फिरकी का जादू चला और ना ही जडेजा अपनी घूमती गेंदों का कमाल दिखा सके। कुलदीप-जडेजा ने मिलकर अपने 20 ओवर में 99 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं चटका सके।फाइनल मुकाबले में भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से बेरंग नजर आए। बुमराह और शमी ने शुरुआत में टीम को तीन सफलताएं जरूर दिलाईं, लेकिन इसके बाद भारतीय बॉलर्स पूरे मैच में विकेट को तरसते हुए नजर आए। टीम इंडिया के गेंदबाज ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन के बीच हुई 191 रन की साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहे, जिससे चलते खिताबी मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा।लेकिन उस दिन जो दिल टूटे थे वो फिर जुड़े 29 तारीक को जिस दिन भारत ने टी २० वर्ल्ड कप जीता 11 साल बाद icc ट्रॉफी जीती