Sports

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के निशाने पर गौतम गंभीर, ‘उनके रवैये पर मुझे…’

गौतम गंभीर की कोचिंग पर टिम पेन का तीखा हमला। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले गंभीर के रवैये और दबाव में संयम बनाए रखने की क्षमता पर उठे सवाल। जानें पूरी कहानी और गंभीर के लिए इस सीरीज़ की चुनौती।

Nishant Poonia

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत के हेड कोच गौतम गंभीर पर तीखा हमला जारी रखा है। उन्होंने गंभीर के रवैये और दबाव में संयम बनाए रखने की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। पेन ने दावा किया कि भारत को पिछली दो टेस्ट सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया में जीत दिलाने में रवि शास्त्री की कोचिंग स्टाइल ने अहम भूमिका निभाई थी।

अपने कॉलम में पेन ने लिखा, “पिछली बार जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीती थी, तो रवि शास्त्री का बेफिक्र और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रवैया भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित हुआ था। लेकिन गौतम गंभीर का रवैया और उनका स्वभाव इस मौजूदा भारतीय टीम के लिए कितना सही है, इस पर मुझे गंभीर संदेह है।”

पोंटिंग और गंभीर की जुबानी जंग

पेन ने गंभीर के रवैये पर सवाल उठाने का एक और कारण बताया। उन्होंने कहा कि सीरीज़ शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने रिकी पोंटिंग की आलोचनाओं का जो जवाब दिया, उससे लगा कि वे बाहरी बातों से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। पोंटिंग ने विराट कोहली की फॉर्म को लेकर चिंता जताई थी, जिस पर गंभीर ने तीखा जवाब दिया। इस पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत ने गंभीर को “चिड़चिड़ा” करार दिया।

पेन ने कहा, “रिकी पोंटिंग की बातों का तीखा जवाब देना यह दिखाता है कि गौतम गंभीर बाहरी बातों को लेकर ज्यादा परेशान हैं। इससे यह भी साफ होता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज़ में 0-3 की हार के बाद उन पर दबाव है।”

गंभीर के लिए बड़ी चुनौती

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गौतम गंभीर की पहली विदेशी टेस्ट सीरीज़ है। पहले ही उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कप्तान रोहित शर्मा अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहले टेस्ट से बाहर हैं। उनकी जगह उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह टीम की कमान संभालेंगे।

गंभीर के लिए यह सीरीज़ उनके कोचिंग करियर के लिए अहम साबित हो सकती है। टीम की हालिया हार के बाद भारतीय मीडिया में खबरें आई थीं कि गंभीर की टेस्ट कोचिंग की भूमिका खतरे में है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन उनके भविष्य का फैसला करेगा।

पहला टेस्ट 22 नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा। गंभीर को टीम की रणनीति और बुमराह की कप्तानी में जीत हासिल करने के लिए हर संभव कोशिश करनी होगी।