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Andhra Pradesh : Diarrhea से दो दिन में पांच लोगों की मौत, सीएम ने चिंता जताई

Andhra Pradesh : आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो दिन में डायरिया(Diarrhea) के कारण पांच लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को डायरिया के कारण हुईं पांच लोगों की मौत पर चिंता जताई है।

Abhishek Kumar

Highlights

. Andhra Pradesh में दिखा डायरिया का कहर
. Diarrhea से दो दिन में पांच लोगों की मौत हो गई
. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने लोगों की मौत पर चिंता जताई है

Andhra Pradesh में दिखा Diarrhea का कहर

मुख्यमंत्री( Andhra Pradesh ) एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को डायरिया के कारण हुईं पांच लोगों की मौत पर चिंता जताई है। इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों के साथ एक बैठक में गुरला मंडल मुख्यालय में पांच मौतों के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी।वहीं इस समस्या से पीड़ित लोगों को किस प्रकार उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है, गांव में स्वच्छता संबंधी क्या कार्य किए जा रहे हैं, इसकी भी जानकारी ली। मंगलवार को एक ही दिन में डायरिया की वजह से चार लोगों की मौत हो गई। डायरिया से पीड़ित 103 अन्य मरीजों का इलाज चल रहा है।

रिपोर्ट में क्या कहा गया ?

रिपोर्ट के अनुसार, तोंदरंगी रामाम्मा (60) की घर पर ही मौत हो गई, सारिका पेंटैया (65) की विजयनगरम अस्पताल ले जाते समय मौत हुई, कालीशेट्टी सीताम्मा (45) की विशाखापट्टनम के केजीएच अस्पताल ले जाते समय मौत हुई और गुम्माडी पैदम्मा (50) की विजयनगरम के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई है। हालांकि, इससे पहले सोमवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मंगलवार को हुई मौतों के साथ ही हताहतों की संख्या बढ़कर पांच हो गई।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्या कहा ?

Andhra Pradesh : स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि मौतें सीधे तौर पर डायरिया(Diarrhea) के कारण नहीं हुई हैं, बल्कि वे सेप्टिक शॉक, एक्यूट डायबिटीज, कार्डियक अरेस्ट, ब्रोन्कियल अस्थमा और किडनी फेल्योर समेत अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी थीं। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भास्कर के अनुसार, सभी 103 मरीजों की हालत अब स्थिर हो गई है।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी देखभाल करने के लिए 10 डॉक्टरों समेत 40 कर्मियों की तैनाती के साथ एक चिकित्सा शिविर स्थापित किया है। ज्यादातर मरीजों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मरीजों का इलाज कर रही कुछ आशा कार्यकर्ता भी संक्रमित हो गई हैं।