मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को कहा कि संविधान की रक्षा और लोगों के अधिकारों की गारंटी के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर रखना चाहिये। येचुरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हैदराबाद की मुक्ति में भाजपा की कोई भूमिका नहीं है और पार्टी इतिहास को तोड़ना-मरोड़ना चाहती है।
केंद्रिय एजेसियों को दूरूपयोग रोकने के लिए भाजपा को राजनीतिक ताकत बनने से रोकना होगा
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ''अगर आप भारत को धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में बचाना चाहते हैं, अगर आप भारतीय संविधान की सुरक्षा चाहते हैं और गारंटीकृत अधिकार लोगों को दिलाना चाहते हैं, अगर मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि केंद्रीय एजेसियों का दुरुपयोग सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक हथियार के तौर पर न हो, तो आपको भाजपा को राजनीतिक ताकत बनने और सत्ता में बने रहने से रोकना होगा।''
भाजपा तथ्यों को तोड़ -मरोड़कर हैदराबाद अनुबंध पर भम्र पैदा करने की कोशिश कर रही हैं
उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल की रैली और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विभिन्न नेताओं के साथ बैठक धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साझा एजेंडे के तहत एक साथ लाने की पहल है। येचुरी ने कहा कि भाजपा तथ्यों को तोड़-मरोड़कर हैदराबाद राज्य के अनुबंध पर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा ने 17 सितंबर को मनाया था आत्मसमर्पण दिवस
उन्होंने कहा कि भाजपा तेलंगाना में सत्ता में आना चाहती है, इसलिए वह इतिहास को तोड़-मरोड़ रही है और सांपदायिकता को बढ़ावा दे रही है। वाम नेता के अनुसार, वे लोग (भाजपा) 17 सितंबर को निजाम के ''आत्मसमर्पण दिवस'' के रूप में मना रहे हैं।