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बुल्गारियाई जहाज ‘रुएन’ को भारतीय नौसेना द्वारा बचाए जाने पर बुल्गारियाई राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद

Shera Rajput

बुल्गारियाई जहाज 'रुएन' और इसके चालक दल को भारतीय नौसेना द्वारा बचाए जाने को वैश्विक मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापक लोकप्रियता के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है। बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन राडेव ने एक्‍स पर पोस्‍ट कर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार प्रकट किया, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की काफी सराहना और प्रतिक्रिया मिली है।
पीएम नरेंद्र मोदी को मेरा हार्दिक आभार – बुल्गारियाई राष्ट्रपति
बुल्गारियाई राष्ट्रपति ने अपनी पोस्ट में कहा कि हाइजैक किए गए बुल्गारियाई जहाज 'रुएन' और 7 बुल्गारियाई नागरिकों सहित उसके चालक दल को बचाने के लिए नौसेना की बहादुरी भरी कार्रवाई के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को मेरा हार्दिक आभार।
इस संदेश ने उन्हें एक्स पर साझा किए गए किसी भी अन्य पोस्ट की तुलना में अधिक आकर्षित किया। 18 मार्च को एक्स पर पोस्ट किए गए उनके संदेश को अब तक 20 लाख से अधिक इंप्रेशन, 25,000 लाइक और 5,400 रीपोस्ट मिले हैं।
संदेश को प्राप्त होने वाला ट्रैक्‍शन बल्गेरियाई राष्ट्रपति द्वारा अब तक एक्स पर डाली गईं सभी पोस्टों में से सबसे ज्‍यादा था। उदाहरण के लिए, राष्ट्रपति राडेव के दूसरे सबसे ज्यादा देखे गए संदेश को 57 हजार व्यूज, 74 लाइक्स और 87 रीपोस्ट प्राप्त हुए।
इसके अलावा, उनके हैंडल से अधिकांश पोस्ट को 100 से कम लाइक और 10-15 रीपोस्ट मिले हैं, जिनका इंप्रेशन औसतन 15 हजार से ज्‍यादा नहीं है।
बुल्गारियाई जहाज को बचाने में भारतीय नौसेना की बहादुरी भरी भूमिका के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देने वाले राष्ट्रपति राडेव के एक्स संदेश वैश्विक और घरेलू मोर्चों पर प्रधानमंत्री मोदी की जबरदस्त लोकप्रियता, दबदबे और प्रभाव की गवाही देती है।
पीएम मोदी 78 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे
सिर्फ दो हफ्ते पहले, पीएम मोदी 78 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे।
इससे पहले, भारतीय नौसेना के प्रति बुल्गारिया के राष्ट्रपति के आभार की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर एक संदेश में कहा, "राष्ट्रपति @PresidentOfBg आपके संदेश की सराहना करते हैं। हमें खुशी है कि 7 बुल्गारियाई नागरिक सुरक्षित हैं और जल्द ही घर लौट आएंगे। भारत हिंद महासागर क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षा करने और समुद्री डकैती और आतंकवाद से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।"