बेंगलुरू : अधिकतर एक्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल और कर्नाटक में भाजपा की जोरदार जीत के अनुमान के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सुरक्षा को लेकर अंदेशा जताया । एक्जिट पोल की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ने एक के बाद एक ट्वीट में आरोप लगाया कि 23 मई को परिणाम आने के बाद सीटों की संख्या घटने की स्थिति को भांपते हुए भाजपा क्षेत्रीय दलों को लुभाने के लिए पहले से ही कृत्रिम रूप से मोदी लहर बना रही है।
कुमारस्वामी ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में समूचे विपक्षी दलों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर चिंता प्रकट की है। विपक्षी दलों ने उच्चतम न्यायालय का रुख करते हुए त्रुटिपूर्ण ईवीएम के स्थान पर पारंपरिक मतपत्र के इस्तेमाल के लिए कहा था क्योंकि ईवीएम के जरिए धांधली करना आसान है।''
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, ''दुनिया भर में, विकसित देशों ने भी आम चुनाव में मतपत्र का विकल्प अपनाया है…19 मई को एक्जिट पोल के परिणाम फिर से दिखाते हैं कि सत्तारुढ़ दल चुनावी फायदे के लिए आसानी से ईवीएम में हेरफेर कर सकते हैं।''
कुमारस्वामी ने कहा कि एक्जिट पोल का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए हो रहा है कि देश में अब भी मोदी लहर है। 23 मई को परिणाम के बाद सीटें घटने की स्थिति के मद्देनजर भाजपा पहले से ही क्षेत्रीय दलों को प्रलोभन देने के लिए कृत्रिम मोदी लहर बना रही है । उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल की पूरी कवायद का मकसद एक खास नेता और पार्टी के पक्ष में लहर की मिथ्या धारणा दिखाने का है ।