कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए शनिवार को कहा कि उन्होंने पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया है, भ्रष्टाचार को पनाह दिया है और किसान, युवा तथा महिलाओं की अनदेखी की है, इसलिए देश की जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है।
राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार रही है और मोदी के चेहरे पर आधा चुनाव संपन्न होने के बाद यह अब स्पष्ट दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की जनता को पीड़ा दी है, समाज को बांटने का काम किया है और विश्वमंच पर देश की छवि को खराब किया है ,इसलिए देश की जनता उन्हें सबक सिखाने जा रही है। उनकी सरकार चंद दिनों की मेहमान रह गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी और आरएसएस के काम करने का तरीका नीति आयोग, चुनाव आयोग,रिजर्व बैंक तथा उच्चतम न्यायालय जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव बनाकर काम करने का है। चुनाव आयोग भी उनके काम करने के इसी तरीके से प्रभावित नजर आ रहा है और इस वजह से अपनी जिम्मेदारियों के प्रति कमजोर दिख रहा है।
राहुल ने कहा जब मोदी को एहसास होता है कि वह चुनाव हार रहे हैं तो इसकी स्पष्ट झलक उनके चेहरे पर दिखने लगती है और फिर वह पूरी व्यवस्था को बर्बाद करने से हिचकते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह बात वह पिछले चुनावों में मोदी को मिली हार के अनुभव के आधार पर कह रहे हैं। सामने हार देखकर वह कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करके मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। गुजरात में हार रहे थे तो वहां सीप्लेन जैसा नया काम कर लोगों को प्रभावित करने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि वह मोदी को एक डरे हुए प्रधानमंत्री के रूप में देखते हैं जो विपक्षियों के हमलों का सामना नहीं कर सकते। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर सेना के राजनीतिकरण का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सेना को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं। सेना किसी कि निजी संपत्ति नहीं है। प्रधानमंत्री तीनों सेनाओं को अपनी प्रॉपर्टी समझते हैं और सेना का अपमान करते हैं।
राहुल ने कहा कि सेना ने अपना काम किया है और वह किसी व्यक्ति की नहीं बल्कि देश की है, इसलिए प्रधानमंत्री को उसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए और सेना का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं का रोजगार छीना है और नोटबंदी तथा जीएसटी को लागू कर देश के कारोबारियों को बर्बाद किया है। उन्होंने कमजोर आर्थिक नीति के कारण मध्यम वर्ग की कमर तोड़ी है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा तबाह की गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एक नया मॉडल तैयार किया है। कांग्रेस सरकार ने वर्ष 1991 के बाद देश के आर्थिक परिदृश्यों को बदला है और अब उसकी न्याय व्यवस्था देश में नई आर्थिक क्रांति की शुरूआत करेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि मसूद अजहर आतंकवादी है और उसे जरूर सजा मिलनी चाहिए लेकिन वह पूछना चाहते हैं कि किसने उसे पाकिस्तान भेजा था, कौन सी सरकार आतंकवाद के समक्ष झुकी थी, भाजपा ने आतंकवाद के साथ समझौता किया।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने कभी किसी आतंकवादी को पाकिस्तान नहीं भेजा, हम ऐसा कभी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा आतंकवाद से सख्ती से निपटना होगा। हम मोदी सरकार की तुलना में इससे ज्यादा कड़ाई से निपटेंगे। बता दें कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में मा़फी मांगने को उन्होंने न्यायालय की प्रक्रिया का सम्मान बताया और कहा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की प्रक्रिया पर टिप्पणी की थी और यह उनकी गलती थी। गलती का एहसास हुआ तो न्यायालय से मा़फी मांगी है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मा़फी सिर्फ न्यायलय से मांगी गई है, किसी और से नहीं। सारा देश कहता है, चौकीदार चोर है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर देश की छवि विदेश में खराब करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी ने देश की शान को खत्म कर दिया है। सब जगह हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार किया है। राफेल सौदे में 30 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। फ्रान्स के पूर्व राष्ट्रपति ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ यदि भ्रष्टाचार है तो उसकी जांच हो लेकिन राफेल मामले की भी जांच होनी चाहिए।