Kamala Harris : अमेरिका में 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के एरिजोना स्थित कैम्पेन ऑफिस पर गोलीबारी की गई है। यह घटना पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुई हत्या के प्रयास के ठीक एक हफ्ते बाद हुई है, जिससे सुरक्षा चिंताएं और भी बढ़ गई हैं।
- कमला हैरिस के दफ्तर पर फायरिंग
- यह घटना ट्रंप पर हुई दूसरी हत्या के प्रयास के एक हफ्ते बाद हुई
- कर्मचारियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
कमला हैरिस के कैम्पेन ऑफिस पर हुई गोलीबारी
रिपोर्ट के अनुसार, गोलीबारी का यह मामला टेम्पे में डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के कार्यालय में हुआ। पुलिस ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि सोमवार को आधी रात के बाद कई गोलियों के निशान कार्यालय में पाए गए। टेम्पे पुलिस के जन सूचना अधिकारी सार्जेंट रयान कुक ने कहा, रात के समय ऑफिस में कोई नहीं था, लेकिन इससे कर्मचारियों और आसपास के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा हो गई है। पुलिस ने बताया कि इस घटना के सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं। यह दूसरी बार है जब हैरिस के दफ्तर में आपराधिक क्षति हुई है, क्योंकि पहले भी 16 सितंबर को वहां गोली चलाने की सूचना मिली थी, जो बीबी या पेलेट गन से की गई थी।
कमला हैरिस की कैम्पेन टीम ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, उन्होंने एक्सियोस को बताया कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। एरिजोना डेमोक्रेटिक पार्टी के कॉर्डिनेटर अभियान प्रबंधक सीन मैकनेर्नी ने कहा, हम घटनास्थल पर जल्दी पहुंचने के लिए टेम्पे पुलिस के आभारी हैं। सौभाग्यवश, कोई भी घायल नहीं हुआ। एरिजोना डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष योलांडा बेजारानो ने इसे 'बेहद दुखद' करार दिया और कहा, 'यह एरिजोना के लोग या अमेरिकी होने के नाते हम नहीं हैं।' यह घटना इस बात का संकेत है कि चुनावी मौसम में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है, और इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप पर दो बार हत्या के प्रयास हो चुके हैं।
बता दें कि, ट्रंप के खिलाफ हुए दूसरे हत्या के प्रयास में रयान राउथ नाम के आरोपी को 15 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने संभावित सुरक्षा खतरों की जांच के दौरान राउथ को एक सेमी-ऑटोमेटिक राइफल के साथ देखा था, जो सीधे पूर्व राष्ट्रपति की ओर लक्षित थी। इस प्रकार, कमला हैरिस के दफ्तर पर फायरिंग की घटना एक बार फिर से राजनीतिक हिंसा के खतरनाक स्तर को उजागर करती है और यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या उप-राष्ट्रपति को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। ऐसे में चुनावी माहौल में सुरक्षा की दृष्टि से और भी गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है।