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नोएडा : डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाला साइबर अपराधी गिरफ्तार

नोएडा की साइबर पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। उसने मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखा कर एक शख्‍स धोखाधड़ी की थी। साइबर सेल ने बताया कि 11 जून को थाना साइबर क्राइम नोएडा में एक मामला दर्ज हुआ था।

Abhishek Kumar

डिजिटल अरेस्ट क्या है ?

नोएडा की साइबर पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। उसने मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखा कर एक शख्‍स धोखाधड़ी की थी। इसमें पीड़ित ने अपने साथ अज्ञात अपराधी द्वारा स्वयं को मुंबई एनसीबी अधिकारी बनकर उसकी आईडी से भेजे जाने वाले पार्सल में ड्रग्स, अवैध पासपोर्ट व क्रेडिट कार्ड पाए जाने व मनी लॉन्ड्रिग का केस होना बताया था। इसकी जांच साइबर क्राइम मुंबई द्वारा किए जाने का डर दिखाकर आरोपी ने पीड़ित को स्काइप ऐप डाउनलोड कराकर डिजिटल कस्टडी में लिया गया और उसके रुपयों की जांच किए जाने की बात बताकर उससे आरटीजीएस और आईएमपीएस आदि माध्यम से धोखाधड़ी की।

मामले की जांच करते हुए 21 अक्टूबर को थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी जावेद खान को शॉप्रिक्स मॉल मेन गेट के पास, सेक्टर-61 नोएडा से गिरफ्तार किया। इसी मामले से जुड़े एक अन्य आरोपी दिलीप को पुल‍िस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

पुलिस ने जानकारी दी है कि जावेद खान (32) जहांगीरपुरी, दिल्ली का रहने वाला है। साइबर सेल ने आम लोगों को जागरूक करते हुए बताया है कि पुलिस किसी को भी फोन कॉल पर डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। आरबीआई या किसी अन्य संस्था द्वारा फिजिकल मनी का आपके खाते से सत्यापन नहीं किया जाता है। ऐसा कोई सरकारी बैंक खाता या आरबीआई का सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट खाता नहीं है, जिसमें आपसे पैसे ट्रांसफर कराकर उस पैसे की जांच की जाती हो।