एशियन चैंपियन श्रीलंका विश्व कप क्वालीफायर के पहले ही मुकाबले में हार गई. जी हां, आज से आगाज हुए महासंग्राम के पहले ही मुकाबले में हमें पलटवार देखने के मिला. किसी ने नहीं सोचा होगा कि पिछले महीने ही एशिया कप की ट्रॉफी उठाने वाली टीम श्रीलंका को नामीबिया जैस टीम 55 रन के बड़े अंतराल से हरा देगी.
आज श्रीलंका के हार के बाद हम कहीं ना कहीं यह कह सकते है कि विश्व कप कौन सी टीम जीतेगी, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल सा लग रहा हैं. वैसे में विश्व कप क्वालीफायर के पहले मुकाबले की बात करें तो मैं आपको बता दूं श्रीलंका आज टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला की थी. जिसके बाद नामीबिया ने अपनी पारी के पहले 3 विकेट पावरप्ले में ही को दिए थे, लेकिन उसके बाद छोटी छोटी और अहम साझेदारी बनते चली गई और टीम ने 20 ओवरों में अपने 7 विकेट खोकर महज 163 रन बना लिए, जिसकी शुरुआत में उम्मीद भी नहीं नजर आ रही थी.
नामीबिया की तरफ से रहे स्टार खिलाड़ी जेन फ्रायलिक ने अपनी टीम के लिए तेज खेली और 28 गेंदों पर 44 रन बना डाले, इसी के साथ उन्होंने गेंदबाजी करते हुए भी अपने 4 ओवरों में 2 विकेट हासिल किए. वहीं इसके अलावा जेजे स्मिट ने भी नामीबिया की बल्लेबाजी पारी का फिनिश तुफानी अंदाज में किया और 16 गेंदों का सामना करते हुए 31 रन की जबरदस्त पारी खेली. स्मिट ने भी श्रीलंका को तीन ओर फेंक कर उनके एक बल्लेबाज को पवेलियन का रास्ता दिखाया.
वहीं नामीबिया से मिली 164 रन का लक्ष्य कहीं से भी बड़ा नहीं था श्रीलंका के लिए. पर ना तो टीम की ओपनिंग जोड़ी चली और ना ही कोई मिडिल ऑर्डर में पारी को संभालने वाला था. श्रीलंकाई खेमे के विकेट लगातार गिरते ही जा रहे थे. श्रीलंका के कप्तान दसुन शनाका ने ही अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 29 रन की पारी खेली वहीं उसके अलावा 20 रन की पारी भाणुका राजापेक्षा ने खेली. बाकी खिलाड़ी नामीबिया के सामने बिल्कुल ही फिसड्डी साबित हुए. नामीबिया की तरफ से गेंदबाजी भी काफी कसी हुई की गई.
श्रीलंका को उन्होंने एक-एक रन के लिए तरसा दिया. प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ी फ़्राइलिंक के अलावा डेविड विज, बेन शिकागो और बरनार्ड स्कुल्ट्ज ने भी अपनी टीम के लिए दो-दो विकेट हासिल किए.
वहीं श्रीलंका टीम भी कभी नहीं सोची होगी कि ऐसा भी उनके साथ होगा. अब देखना है कि श्रीलंका के लिए अब इस टूर्नामेंट में कैसे आगे बढ़ती हैं क्योंकि इस मुकाबले को देखने के बाद लगता है कि श्रीलंका को अपनी नेंट्स में अभी और समय बिताने की जरूरत है.