केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह( Amit Shah ) मंगलवार को गुजरात दौरे पर रहेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, इस कार्यशाला का आयोजन गुजरात विधानसभा के संवैधानिक और संसदीय अध्ययन संस्थान (आईसीपीएस) और गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (जीएनएलयू) के सहयोग से किया जाएगा।कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न राज्य विभागों के प्रथम श्रेणी के अधिकारियों को विधायी प्रारूपण (ड्राफ्टिंग) के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है, जिसमें मसौदा तैयार करने की भाषा, संवैधानिक प्रावधानों, विधेयकों के स्वरूप और मामलों के अध्ययन के माध्यम से वैधानिक व्याख्या जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है।
गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी सत्र की निगरानी करेंगे और राज्य के अधिकारियों के प्रारूपण कौशल को बढ़ाने के महत्व पर जोर देंगे। उन्होंने कहा, “यह कार्यशाला समग्र विधायी प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में काम करेगी, जिससे लंबे समय तक राज्य को लाभ होगा।” बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री का भाषण कार्यक्रम का मुख्य केंद्र हो सकता है। उनका संबोधन प्रभावी शासन के लिए स्पष्ट, सटीक विधायी प्रारूप तैयार करने के महत्व पर केंद्रित होगा। अमित शाह के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक और सांसद भी मौजूद रहेंगे।
इस कार्यशाला में चार प्रमुख विषय शामिल हैं, जिसमें प्रारूपण की भाषा: कानून और अधिसूचनाएं लिखने में सर्वोत्तम प्रथाएं, संवैधानिक प्रावधान; विधायी प्रारूप का मार्गदर्शन करने वाले संवैधानिक ढांचे को समझना, विधेयकों और नियमों के प्रारूप का निर्माण करने के लिए सही संरचना और प्रारूपों पर ध्यान केंद्रित करना और कानूनी व्याख्या के लिए सामान्य नियमों का अध्ययन शामिल है।इसके बाद अमित शाह आणंद जाएंगे, जहां वे दो कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। शाह( Amit Shah ), राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के हीरक जयंती समारोह और अमूल के संस्थापक त्रिभुवनदास पटेल की जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे।