महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि पहलवानों और न्यूज चैनलों के विरुद्ध उन्होंने कोर्ट में कोई याचिका दायर नहीं की है। ऐसी अफवाह उड़ी थी कि बृजभूषण पूरे मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे हैं। भाजपा सांसद ने कहा है कि मैंने किसी वकिल या लॉ एजेंसी को किसी कोर्ट में याचिका प्रस्तुत करने की अनुमति या अधिकार प्रदान नहीं किया है।
धरना देने वाले पहलवानों और न्यूज़ चैनलों के विरुद्ध कोई याचिका नहीं
भाजपा सांसद ने ट्वीट किया है, 'मेरे या मुझसे सम्बद्ध किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा दिल्ली सरकार, धरना देने वाले पहलवानों और न्यूज़ चैनलों के विरुद्ध कोई याचिका प्रस्तुत नहीं की गई है। मैंने किसी अधिवक्ता, लॉ एजेंसी या प्रतिनिधि को किसी न्यायालय में याचिका प्रस्तुत करने की अनुमति या अधिकार प्रदान नहीं किया है। बृजभूषण ने कहा है कि 'मीडिया के सभी माध्यमों से आग्रह है कि कोई भी अपुष्ट और अप्रमाणिक ख़बर प्रसारित न करें। वर्तमान समय में विषय की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि किसी अफवाह या भ्रमात्मक तथ्यों को बढ़ावा देकर अव्यवस्था न बढ़ावें'।
सोसल मीडिया पर दी बड़ी जानकारी
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोशल मीडिया पर अपने शुभचिंतकों और समर्थकों से गैरवाजिब टिप्पणियों से दूर रहने का 'अनुरोध' किया है। सिंह ने अपने हैंडल से किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा 'अनुरोध, सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक स्लोगन, ग्राफ़िक्स, हैशटैग की जानकारी मिली है। ऐसा कुछ भी जिससे किसी राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, सम्प्रदाय या जाति-धर्म की गरिमा को नुकसान पहुंचे, उसके प्रति मेरी असहमति है। 'उन्होंने कहा 'और मैं ऐसे पोस्ट और ट्रेंड्स का खंडन करता हूं। मैं दल से बड़ा नहीं हूं, मेरा समर्पण मेरी निष्ठा प्रामाणिक है। मेरे शुभचिन्तक और समर्थक कृपया ऐसे पोस्ट से दूर रहें, लाइक तो क्या कुछ कमेंट भी न करें। '
कुश्ती खिलाड़ियों ने लगाए हैं आरोप
गौरतलब है कि ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया समेत बड़ी संख्या में कुश्ती खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत विभिन्न आरोप लगाते हुए पिछले दिनों दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया था।मामला बढ़ने पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की बीच बैठक हुई जिसमें सिंह पर लगे आरोपों की जांच होने तक उन्हें पद से हटने को कहा गया। बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों को गलत करार दिया है