फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन बहुप्रतीक्षित G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली आएंगे। फ्रांस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इमेमुअल मैक्रों बैठक के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इस मीटिंग की आधिकारिक पुष्टि लगभग चार दिन पहले की गई है। जब भारत इस मेगा इवेंट के लिए तैयारी कर रहा है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन यूके के पीएम ऋषि सुनक और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंटनी अल्बनीस सहित दुनिया के शीर्ष नेता दिल्ली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
डिजिटल क्रांति, खाद्य सुरक्षा होंगे प्रमुख मुद्दे
इसके अलावा इस बात पर जोर दिया गया, कि चर्चा में प्रमुख वैश्विक चुनौतियों के लिए संयुक्त प्रतिक्रियाओं को लागू करने में प्रगति करने का अवसर भी होगी। जिन्हें केवल बहुपक्षीय कार्रवाई के माध्यम से प्रभावी ढंग से निपटाया जा सकता है। शांति और स्थिरता, गरीबी उन्मूलन, जलवायु और हमारे ग्रह की सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा , और डिजिटल विनियमन जैसे तमाम मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा होने वाली है।
"यह शिखर सम्मेलन पिछले जून में पेरिस में आयोजित किये गए एक नए वैश्विक वित्तीय समझौते के लिए भी शिखर सम्मेलन का अनुसरण करने का अवसर भी प्रदान करेगा। इससे लोगों और ग्रह के लिए पेरिस एजेंडा की स्थापना हुई, जो सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक कार्रवाई के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है। यह नोट किया गया कि किसी भी देश को गरीबी से लड़ने और ग्रह की रक्षा के बीच चयन नहीं करना है।"
बांग्लादेश भी जाएंगे ईमेनुअल मैंक्रो
नई दिल्ली में G-20 कार्यक्रम में भाग लेने के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश के लिए उड़ान भरेंगे। जहां वह प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। मुलाकात के दौरान दोनों हिंद-प्रशांत क्षेत्र में फ्रांस की रणनीति को लागू करने पर चर्चा करेंगे। बता दें की इसमें कहा गया, "यह एक ऐसे देश के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने और फ्रांस के समर्थन से तेजी से आर्थिक विकास करने के लिए भी अहम् बैठक होगी। और अपनी साझेदारी में विविधता लाने की कोशिश कर रहा है।"