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Mohemmad Shami ने UP से क्रिकेट नहीं खेलने पर बताई सबसे बड़ी वजह

Desk Team

Mohemmad Shami World Cup 2023 में भारत के सबसे बड़े स्टार्स में से एक. Mohemmad Shami ने वर्ल्ड कप में अपनी बोलिंग से भारत को कई मैच जिताए. उनकी बोलिंग देख लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि शमी हर गेंद पर विकेट ले सकते हैं. यूपी के अमरोहा से आने वाले शमी, डोमेस्टिक क्रिकेट में बंगाल के लिए खेलते हैं

  • उनके भैया से बुरी तरह से बात की थी
  • आने के बाद उन्होंने तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले.
  • टेबल पर फेंका और बोले आज के बाद यूपी नहीं आएंगे.'
  • जबकि उनकी इकॉनमी 5.26 की रही
  • भैया ने बात की एक सेलेक्टर से. जो हेड थे
  • जिसकी उम्मीद उन्होंने जिंदगी में नहीं की थी

World Cup के बाद एक बातचीत में बताया कि कैसे वह यूपी के लिए खेलना चाहते थे. लेकिन सेलेक्टर्स ने उन्हें कभी नहीं चुना. प्यूमा के एक इंटरव्यू में शमी कहते हैं,यूपी का ट्रायल दिया मैंने, दो साल. सब ठीक रहता था. सबसे अच्छा जाता था ट्रायल. जहां फ़ाइनल राउंड आता था, यूपी वाले लात मारकर भगा देते थे. यहां तुम्हारा कोई काम नहीं. एक साल हुआ. मैंने कहा ठीक है. अगले साल ट्राई कर लेंगे. भैया साथ रहते थे. वो बहुत तेज हैं इस मामले में. क्या चल रहा है यहां पर. अगले साल गए, सेम रिज़ल्ट शमी ने आगे बताया कि कैसे सेलेक्टर्स ने उनके भैया से बुरी तरह से बात की थी. वह बोले, मोहम्मद शमी को कैसे लात मार्के

'1600 लड़के आए हुए थे. तीन दिन में सबको देखना था. रणजी ट्रॉफ़ी की टीम बन रही थी. हमने सोचा, क्या ही देखेंगे इतने लड़कों को. भैया बोले- मेला चल रहा है यहां पर. समझ नहीं आ रहा. तो भैया ने बात की एक सेलेक्टर से. जो हेड थे, उनसे बात की. भैया को ऐसा जवाब मिला. जिसकी उम्मीद उन्होंने जिंदगी में नहीं की थी. भैया से बोला गया- अगर मेरी कुर्सी हिला सकते हो, तो लड़का सेलेक्ट हो जाएगा.बहुत अच्छा है. वर्ना सॉरी. तो भैया ने एक ही जवाब दिया था. हिलाने की बात छोड़ो, कुर्सी को उल्टा भी कर सकता हूं मैं. पावर तो मेरे पास इतनी है. लेकिन मुझे वो नहीं चाहिए. दम है तो ट्रायल लेना. वो बोले, दम वालों का कोई काम नहीं है. भैया ने फ़ॉर्म फाड़ा, टेबल पर फेंका और बोले आज के बाद यूपी नहीं आएंगे.

इसके बाद शमी ने त्रिपुरा की रणजी टीम के लिए भी ट्रायल दिया था. लेकिन वहां भी सेलेक्शन नहीं हुआ, फिर वह बंगाल जाकर क्लब क्रिकेट खेलने लगे. शमी बोले,'मैंने इस क्लब के साथ खेलते हुए नौ मैच में 45 विकेट ले डाले. इसके बाद मैनेजर ने मुझे पच्चीस हजार रुपये और ट्रेन टिकट दिया. मुझे पता नहीं था कि इसका क्या करूं. मैं घर गया और पूरे पैसे माताजी को दे दिए. लेकिन मेरे पिता ने पैसे लौटा दिए. वह बोले- यह तुम्हारी कमाई है, तुम ही इसे खर्च करो. इसके बाद मैंने इन पैसों से जूते और क्रिकेट का सामान खरीदा.

शमी के लिए वर्ल्ड कप 2023 बेहतरीन गया. उन्होंने सात मैच में 24 विकेट निकाले. इस मामले में शमी सबसे आगे रहे. उन्होंने यह विकेट 10.70 की ऐवरेज और 12.20 की स्ट्राइक रेट से निकाले. जबकि उनकी इकॉनमी 5.26 की रही. बता दें कि भारत ने इस वर्ल्ड कप में कुल ग्यारह मैच खेले थे. शमी पहले चार मैच में बाहर बैठे थे. लेकिन एक बार वापस आने के बाद उन्होंने तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले.