भिवानी के नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लेने के बाद राजस्थान पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मोनू मानेसर पिछले 8 महीने से फरार था। पुलिस ने उसे उसके गृह गांव मानेसर से हिरासत में लिया था। बता दें, नूंह कोर्ट ने मोनू मानेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला लिया, लेकिन इस बीच राजस्थान पुलिस ने कोर्ट से उसकी कस्टडी मांगी। जिसे जज ने मंजूर कर लिया।
दो जले हुए शव मिलने से मचा था हड़कंप
16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक बोलेरो कार में दो जले हुए शव मिले थे। जांच से पता चला कि ये शव राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के जुनैद और नासिर के थे। हरियाणा के कई गौरक्षकों पर जिंदा जलाने का आरोप था और आरोपियों में मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का भी नाम था। मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने सिविल वर्दी में जाल बिछाकर हिरासत में लिया।
जिंदा जलाकर हत्या करने का आरोप
28 साल के नासिर और 33 साल के जुनैद का 15 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था। अगले दिन उनके शव भिवानी में बोलेरो में मिले थे। उनके परिजनों ने गौरक्षक मोनू मानेसर और उसके साथियों पर दोनों की पिटाई के बाद जिंदा जलाकर हत्या करने का आरोप लगाया था। इसके बाद भरतपुर थाना पुलिस ने मोनू मानेसर समेत अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में 8 फरार आरोपियों की तस्वीरें भी जारी की है।