राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ISIS कट्टरपंथ और भर्ती मामले में शनिवार को तमिलनाडु और तेलंगाना में 30 स्थानों पर छापेमारी की। NIA के अधिकारियों ने कोयंबटूर में 21 स्थानों, चेन्नई में तीन और तेनकासी में एक स्थान – सभी तमिलनाडु में ये तलाशी ली। एजेंसी के सूत्रों ने एएनआई को बताया कि इसके अलावा, एजेंसी ने तेलंगाना के हैदराबाद में पांच स्थानों पर तलाशी ली। ये तलाशी ISIS मॉड्यूल के बारे में ताजा सबूत मिलने के बाद मामले से जुड़े व्यक्तियों के परिसरों पर की गई है, जिसका संबंध कोयंबटूर के संदिग्धों से हो सकता है।
आतंकवादी हमले में शामिल होने का आरोप
इस महीने की शुरुआत में, NIA ने कोयंबटूर के ISIS से प्रेरित कार IED बम विस्फोट से जुड़े एक आरोपी को 2022 के आतंकवादी हमले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसकी पहचान मोहम्मद अजरुद्दीन उर्फ अजर के रूप में हुई। वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला 13वां व्यक्ति था। NIA ने 27 अक्टूबर 2022 को मामला अपने हाथ में लिया और फिर से मामला दर्ज किया।
ईश्वरन कोविल स्ट्रीट पर एक प्राचीन मंदिर
कोयंबटूर कार बम विस्फोट पिछले साल 23 अक्टूबर को कोयंबटूर के उक्कदम में ईश्वरन कोविल स्ट्रीट पर एक प्राचीन मंदिर, अरुलमिगु कोट्टई संगमेश्वर थिरुकोविल के सामने हुआ था। वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VBIED) को मृतक आरोपी जेम्सा मुबीन चला रहा था।
साजिश रचने और आतंकी कृत्य करने के लिए कट्टर ISIS विचारधारा से प्रेरित
मुबीन और उसके सहयोगी अपने स्वघोषित खलीफा अबू-अल-हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी के प्रति 'बायथ' या निष्ठा लेने के बाद साजिश रचने और आतंकी कृत्य करने के लिए कट्टर ISIS विचारधारा से प्रेरित थे। NIA की जांच के मुताबिक, आरोपियों का इस आतंकी हमले के जरिए काफिरों (इस्लाम को न मानने वाले) से बदला लेने का इरादा था। NIA ने अब तक इस मामले में NIA कोर्ट, पूनामल्ली, चेन्नई के समक्ष दो आरोपपत्र दायर किए हैं। छह आरोपियों के खिलाफ इस साल 20 अप्रैल को और पांच पर उस साल 2 जून को आरोपपत्र दायर किया गया था। 12वें आरोपी मोहम्मद इदरीस को इसी साल 2 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।