Ayodhya: राममंदिर निर्माण के बीच अब सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भी यात्री सुविधाओं का विस्तार किए जाने की तैयारी है। बता दें दो दिन पहले हुई रामानंदीय हनुमानगढ़ी अखाड़ा की बैठक में कई अहम निर्णय हुए।इसमें एक अहम फैसला हनुमानगढ़ी के पुजारियों के लिए अब ड्रेसकोड लागू करने पर लिया गया।साथ ही मंदिर के निकास द्वार के चौड़ीकरण व लिफ्ट लगाने पर भी सहमति बनी है।
जुर्माने का निर्धारण अखाड़े के पंच तय करेंगे
आपको बता दें इस जुर्माने का निर्धारण अखाड़े के पंच तय करेंगे। इसी प्रकार मंदिर में प्रसाद चढ़ाने में मदद करने वाले सहायकों को भी इस ड्रेस कोड का पालन करना होगा अन्यथा वह भी दंड के भागीदार होंगे। पुजारियों व मचकूरियों के लिए मंदिर के गर्भगृह में मोबाइल ले जाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। अब मंदिर परिसर में किसी श्रद्धालु की ओर से यदि भगवान के निमित्त कोई चढ़ावे में पुजारियों का कदाचार सामने आएगा तो उसकी जांच कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
अखाड़ा की बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कहा
बता दें कि अखिल भारतीय निर्वाणी अखाड़ा की बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कहा कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन संभावित है। ऐसी दशा में मंदिर के सकरे रास्ते को चौड़ा किया जाना जरूरी हो गया है। तय किया गया कि निकास द्वार की सीढ़ियों की चौड़ाई बढ़ाई जाए। इसके साथ इसके लिए जो भी व्यय आएगा, उसका भार अखाड़ा उठाएगा अखाड़े के पंचों ने वृद्ध एवं दिव्यांगो के अलावा वीवीआईपी के लिए लिफ्ट स्थापित करने की योजना भी स्वीकार कर ली है और निकास द्वार पर स्थान भी नियत कर दिया है।