उत्तर प्रदेश

धर्मेंद्र प्रधान IIT BHU के 13वें दीक्षांत समारोह में हुए शामिल, 1954 विद्यार्थियों को उपाधि देकर किया सम्मानित

आईआईटी बीएचयू के 13वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

Pannelal Gupta

IIT BHU : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सोमवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी पहुंचे। यहां पर धर्मेंद्र प्रधान आईआईटी बीएचयू के 13वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने 1954 विद्यार्थियों को उपाधि देकर सम्मानित किया।

देश में 50 रिसर्च पार्क, IIT, NIT बनाने की योजना

यहां पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आईआईटी बीएचयू देश की एक बहुत ही पुरातन गुणात्मक इंस्टीट्यूशन है। आज 13वें कॉन्वोकेशन में मुझे हिस्सा लेने का सौभाग्य मिला। आईआईटी बीएचयू का अपना ग्लोरियस पास्ट रहा है। भारत सरकार 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020' को पूरी तरीके से अमल करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। देश में 50 रिसर्च पार्क, आईआईटी, एनआईटी, आइजर के कैंपस में बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना को हाथ में लिया गया है। जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान अपने हाथों में ली थी, तब देश में गिनी चुनी संख्या में स्टार्टअप थे। आज यह बढ़कर 1 लाख 40 हजार की संख्या को पार कर चुके हैं।

विकसित भारत लक्ष्य पूरा करने के लिए युवाओं का योगदान

ज्यादातर यह संस्था, स्टार्टअप भारत की किसी ना किसी एकेडमिक इंस्टीट्यूशन से ही निकलते हैं। इस बीच में अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन का भी गठन कर लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसके अध्यक्ष हैं। देश में रिसर्च को और जोर देने के लिए 'रिसर्च लोक कल्याण' के लिए नेशनल प्रायोरिटी के लिए, 2047 तक विकसित भारत लक्ष्य पूरा करने के लिए, युवाओं के इस देश में, मेधावी विद्यार्थियों के इस देश में हम नेशनल प्रायोरिटी को रिसर्च में कैसे लाएं, प्रायरिटाइज कैसे करें, उसके अंदर इनोवेशन बने, नया वेल्थ क्रिएशन हो उसी पर भारत सरकार का जोर है।

400 करोड़ रुपया खर्चे में शताब्दी अनुसंधान भवन का शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रंट से उसको लीड कर रहे हैं। आईआईटी बीएचयू भी उसका लाभार्थी हो रहा है। आज हम 400 करोड़ रुपया खर्चे में यहां की शताब्दी अनुसंधान भवन का शिलान्यास भी करने वाले हैं। यह आने वाले दिनों में भारत की आवश्यकता को तथा दुनिया की आवश्यकता को पूरा करेगा।