जैसे जैसे उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है सभी राजनीतिक पार्टियां अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद के साथ पूरा जोर लगा रही है। यूपी में हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में भी सीटों की जीत को पार्टियां विस चुनाव में मिलने वाले बहुमत से जोड़ कर पेश कर रही है। इस लड़ाई में सपा और भाजपा के बीच टक्कर देखने को मिल सकती है।
वहीं ,उत्तर प्रदेश के 53 जिलों में शनिवार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान शुरू हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 53 जिलों में 11 बजे पूर्वाह्न से तीन बजे अपराह्न तक मतदान तथा तीन बजे के बाद मतगणना प्रारंभ होगी।
राज्य के चंदौली, हापुड़, सुलतानपुर, मिर्जापुर, रायबरेली, मथुरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, हमीरपुर, मुजफ्फरनगर, सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, उन्नाव, हरदोई, कुशीनगर, मैनपुरी, प्रतापगढ़, कन्नौज, जालौन, महराजगंज, संत कबीरनगर, लखीमपुर, बदायूं, प्रयागराज, अमेठी, भदोही, बाराबंकी, फर्रुखाबाद, संभल, बस्ती, फतेहपुर, शामली, अलीगढ़, जौनपुर, कासगंज, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर, एटा, अयोध्या, रामपुर, सीतापुर, औरैया, महोबा, फतेहपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, अंबेडकरनगर, बरेली, कौशांबी, हाथरस, देवरिया और लखनऊ में शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान हो रहे हैं।
इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों- सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।