उत्तर प्रदेश में एक सीट के लिए हो रहे राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी व पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया। भाजपा प्रत्याशी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया।
उपचुनाव में डॉ. दिनेश शर्मा का निर्विरोध निर्वाचन तय है। यह सीट भाजपा के ही राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे के निधन के कारण खाली हुई है, इसीलिए इस पर उपचुनाव हो रहा है। दुबे का कार्यकाल नवंबर 2026 तक था। मतदान होने की स्थिति में आगामी 15 सितंबर को वोट डाले जाएंगे। 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 विधायक हैं, जबकि उसके सहयोगी 'अपना दल' (सोनेलाल) और 'निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल' (निषाद) पार्टी के क्रमशः 13 विधायक और छह विधायक हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नए सहयोगी ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधानसभा में छह विधायक हैं। दूसरी ओर राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के पास 108 विधायक हैं जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के पास नौ विधायक हैं। कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो-दो विधायक हैं, जबकि बसपा के पास एक विधायक है। एक सीट (घोसी) खाली है, जिस पर हो रहे उपचुनाव का परिणाम आठ सितंबर को घोषित होगा।
दिनेश शर्मा के राज्यसभा जाने से यूपी में विधान परिषद की एक सीट पर भी जल्द उपचुनाव होगा। वो अभी विधान परिषद के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल जनवरी, 2027 तक है। दिनेश शर्मा योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि, योगी 2.0 के मंत्रिमंडल में उनको जगह नहीं मिली थी।