पृथ्वी का नियम है कि मानव सभ्यता को आगे बढ़ाना, इसके पालन के लिए महिला और पुरुष को साथ आना होता है और ये ही कारण है कि महिला और पुरुष एक दूसरे से आकर्षित भी होते हैं। लेकिन प्रकृति के नियम को तोड़ते हुए कभी-कभी महिलाएं-महिलाओं से ही आकर्षित होती है और पुरुष-पुरुष से आकर्षित हो जाते है। पर आपने क्या कभी ऐसे व्यक्ति के बारे में सुना है जिसने अपनी पुरी जिंदगी महिलाओं को न देखा हो? आपको ये सुनने में ही अजीब लग रहा होगा क्योंकि अगर एक पुरुष महिलाओं से आकर्षित भी नहीं होता है तो भी उन्हें देखता है, ऐसे में एक शख्स का पुरी उम्र महिलाओं को न देखना, अचंभा है। यहां तक की उन्हें पता भी नहीं कि महिलाएं दिखती कैसी है।
बता दें, हम यहां बात कर रहे हैं, मिहाइलो टोलोटॉस (Mihailo Tolotos) नामक व्यक्ति की। जिनका जन्म 1856 में ग्रीस के हालकिडिकी (Halkidiki, Greece) में हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके जन्म के कुछ ही वक्त बाद उनकी मां का स्वर्गवास हो गया। वहीं उनके पिता क्या करते थे या उनके साथ क्या हुआ इसके बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है। लेकिन उनकी मां के गुजर जाने के बाद ग्रीस के पहाड़ माउंट एथॉस (Mount Athos) पर रहने वाले रूढ़िवादी भिक्षुओं (Orthodox Monks) ने उन्हें गोद ले लिया।
जिसके बाद भिक्षुओं ने ही उन्हें पाला। वहीं रूढ़िवादी भिक्षुओं के साथ पले टोलोटॉस को उनके सारे नियम मानने पड़ते थे। बता दें, इन नियमों में से एक नियम था, उनके मठ में लड़कियों के आने की इजाजत नहीं थी। इस वजह से टोलोटॉस हमेशा ही औरतों से दूर रहे। माना जाता है कि उस पर्वत पर रहने वाले भिक्षुओं की ये मान्यता 10वीं सदी से थी कि पर्वत पर लड़कियां और घरेलु जानवर (गाय, भेड़) नहीं आ सकते थे। इस नियम के पीछे का कारण यह सुनिश्चित करना था कि माउंट एथोस के सभी मठों में रहने वाले भिक्षु जीवन भर ब्रह्मचार्य का पालन कर सकें जो उनके लिए आवश्यक माना जाता था।