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ड्यूटी पर शहीद हुए पहले अग्निवीर को मिलेंगे 1 करोड़ 13 लाख रुपये, सियाचीन में थे तैनात

Ritika Jangid

दुनिया के सबसे ऊंचे और खतरनाक सैन्य इलाके सियाचिन में तैनात अग्निवीर जवान गावते अक्षय लक्ष्मण ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। महाराष्ट्र के रहने वाले लक्ष्मण पहले अग्निवीर है जो ड्यूटी के दौरान शहीद हुए है। बता दें, भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर जवान के शहीद होने की जानकारी दी। गावते के निधन पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने शोक व्यक्त किया है।

मालूम हो, जहां अग्निवीर गावते शहीद हुए हैं, वह काराकोरम पर्वत श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद का इलाका है। इसे सबसे खतरनाक युद्ध क्षेत्र के तौर पर जाना जाता है। जवानों को यहां माइनस तापमान को सहना पड़ता है। 'फायर एंड फ्यूरी कोर' ने कहा कि कोर के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।

वहीं, अग्निवीर स्कीम के विरोध में जो सुर एक साथ उठ रहे थे, वे अग्निवीर गावते लक्ष्मण की शहादत के बाद एक बार फिर से उठने लगे है। विरोध में कहा जा रहा है कि अग्निवीर जो शहीद हुए है उनके परिवार के लिए कोई पेंशन भी नहीं है। हालांकि, सरकार ने शहीद के परिवार के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।

भारतीय सेना ने बताया कि अग्निवीरों की नियुक्ति शर्तों के मुताबिक शहीद जवान के परिवार को अंशदायी बीमा को अग्निवीर के तौर पर 48 लाख रुपये मिलेंगे। इसके साथ ही शहीद के परिवार को 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी मिलेगी। वहीं शहीद के परिवार को अग्निवीर के जरिए योगदान की गई सेवा निधी (30 फीसदी) से एक राशि भी मिलेगी। इसमें सरकार का समान योगदान और उसपर ब्याज भी मिलेगा।


इसके अलावा परिवार को मृत्यु की तारीख से 4 साल पूरे होने तक के शेष कार्यकाल का भी पैसा मिलेगा। शहीद अग्निवीर के मामले में ये रकम 13 लाख रुपये से अधिक की होगी। इसके अलावा फोर्सेस कैजुएल्टी फंड से 8 लाख रुपये को योगदान दिया जाएगा। वहीं आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिशन की तरफ से फौरन 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इस तरह से शहीद अग्निवीर गावते लक्ष्मण के परिवार को करीब 1 करोड़ 13 लाख रुपये मिलेंगे।