अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक खबर काफी ही तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि चीन के अन्दर एप्पल के फोन अब बैन हो गए हैं। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से इस प्रकार के खबर आने से अचानक एप्पल को बड़ा झटका लग गया है। एप्पल के शेयरों में गुरुवार को भारी गिरावट आई और महज दो दिनों में 200 अरब डॉलर के बाजार मूल्य को खत्म करने की राह पर है, क्योंकि चीनी सरकार अपने एजेंसियों और राज्य कंपनियों के लिए आईफ़ोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है।
अब खबर है कि चीन के साथ अमेरिका की बढ़ती टेंशन की वजह से मामला और आगे बढ़ सकता हैं। बता दें कि बुधवार को चीन की सरकार ने अपने कर्मचारियों को एप्पल के आईफोन यूज करने से मना कर दिया।अब इस फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एप्प्ल के शेयर में काफी गिरावट आ गई हैं। कैलिफोर्निया के क्यूपर्टिनो में स्थित कंपनी के शेयरों में 5.1% तक की गिरावट आई, जिससे इसकी दो दिन की गिरावट 6.8% पर आ गई। अभी तक रिपोर्ट की मानें तो 8.50 फीसदी तक गिरावट आ गई हैं।
अर्थव्यवस्था पर बनी सम्सया
बता दें प्रमुख अमेरिकी इक्विटी इंडेक्स में ऐप्पल सबसे बड़ा घटक है, जो चीन में कई संकटों के कारण व्यापक बिकवाली को बढ़ावा देता है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अपने रियल एस्टेट बाजार में लंबे समय से चल रहे संकट के कारण गिर रही है, जिससे वस्तुओं से लेकर उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स तक हर चीज की मांग पर खतरा मंडरा रहा है।
आई फोन निर्माता चीन को अपने सबसे बड़े विदेशी बाजार और वैश्विक उत्पादन आधार के रूप में गिनता है। ऐप्पल की परेशानियां बढ़ रही हैं, क्योंकि अमेरिकी ट्रेजरी की पैदावार बढ़ रही है क्योंकि बांड बिकने से चिंता है कि फेडरल रिजर्व को मुद्रास्फीति के खिलाफ अपनी लड़ाई बढ़ानी होगी क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है।
अब इस खबर के वजह से बीते दो दिनों में एप्प्ल के शेयरों में भारतीय रूपये के मुताबिक कपंनी को 20.79 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो गया हैं। और ये केस में कोई सुधार नहीं आता है, तो मामला और बेकार हो सकता हैं। हालांकि इसका असर सिर्फ एप्पल पर ही नहीं पड़ा हैं, इसके साथ ही और भी ऐसे टेक कपंनी हैं, जिनको इस फैसले से असर पड़ा हैं।