Fastest trains of indian railways: भारत में लंबी दूरी के सफर के लिए भारतीय रेस का नाम सबसे पहले आता है। आज देश ने जिस रफ्तार से तरक्की की है, उसमें भारतीय रेल का सबसे बड़ा योगदान है। भारतीय रेल ने हर जगह अपने आप साबित किया है। चाहें वो कोरोना का समय हो जब भारतीय रेल के सही समय पर संचालन से अपने घर पहंच गए थे या किसी मददगार को अपनी रफ्तार के साथ उनके मंजिल पर पहुंचाने की हर कसौटी पर भारतीय रेल हमेशा खड़ी रहती है। आज की खबर में हम आपको भारतीय रेलवे की सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों के बारे में बताने वाले है, जो अपनी रफ्तार के बादशाह है।
इस लिस्ट में सबसे पहले ऊपर नाम आता है, वंदे भारत ट्रेन को ट्रेन-18 के नाम से भी जाना जाता है। इसकी टॉप स्पीड 180 किलोमीटर प्रतिघंटा है, पर रेलवे के अनुसार इस ट्रेन की टॉप स्पीड को अभी 160 किलोमीटर की स्पीड पर चलाया जाता है। देश में सबसे पहले इस ट्रेन को दिल्ली और वाराणसी के बीच चलाया गया था। जिसके बाद इस ट्रेन को देश के सभी बड़े रूट पर चलाया गया।
इस ट्रेन को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन से आगरा के बीच चलाया जाता है। इस ट्रेन को अधिकतम 160 किलोमीटर की स्पीड पर चलाया जाता है। दिल्ली से आगरा की दुरी को ये ट्रेन मात्र दो घंटो में पूरा कर लेती है।
यह ट्रेन नई दिल्ली से मध्य प्रदेश के शहर भोपाल तक जाती है। यह भोपाल पहुंचने से पहले मथुरा, आगरा, झांसी, ललितपुर और मुरैना से होकर गुजरती है। स्पीड की बात करें तो यह ट्रेन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। शताब्दी एक्सप्रेस का नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखा था।
140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली यह ट्रेन मुंबई और नई दिल्ली के बीच चलती है। इसके अलावा नई दिल्ली और कानपुर के बीच राजधानी एक्सप्रेस भी इस समूह में शामिल है। इस ट्रेन में यात्रियों को चाय, कॉफी, पानी की बोतलें, स्नैक्स और आइसक्रीम उपलब्ध कराई जाती है।
135 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड के साथ यह ट्रेन नई दिल्ली और सियालदह जंक्शन के बीच सफर तय करती है। यह भारत की सुपरफास्ट ट्रेनों में से एक है।
सबसे तेज ट्रेनों में से एक जन शताब्दी एक्सप्रेस हजरत निज़ामुद्दीन से कोटा तक चलती है। इस ट्रेन की एक चेयर कार की अधिकतम गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा है।