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G20 Summit 2023: दिल्ली-NCR के आसमान में तैनात होंगे राफेल और सुखोई, कड़ी सुरक्षा के किए गए इंतजाम, IAF भी सतर्क

समिट के दौरान वायुसेना के विमान दिल्ली के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा करेंगे। विमान को वायु रक्षा प्रणाली के साथ तैनात किया गया है। खतरे के चलते सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल को भी अलर्ट मोड में रखा गया है।

Desk Team
G-20 शिखर सम्मेलन की हवाई सुरक्षा के लिए भारतीय वायुसेना पूरी तरह से तैनात हैं। किसी भी प्रकार के हवाई हमले से बचाव के लिए वायु सेना ने एक अभेद्य किले का निर्माण किया है जिसे तोड़ना किसी के लिए भी बहुत कठिन साबित होगा।
वायुसेना ने आसमान से किसी भी साजिश से बचाव के लिए एक ऑपरेशन डायरेक्शन सेंटर (ओडीसी) स्थापित किया है, जो दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संयुक्त नियंत्रण और विश्लेषण केंद्र के साथ संचार करेगा। किसी खतरे की स्थिति में, ओडीसी उसे बेअसर करने के लिए सर्वोत्तम कार्रवाई या हथियार का चयन करेगा।
एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम  की भी होगी मौजूदगी 
शिखर सम्मेलन के दौरान वायु सेना के विमान दिल्ली के हवाई क्षेत्र की रक्षा करेंगे। विमानों को वायु रक्षा प्रणालियों के साथ तैनात किया गया है। इसके अलावा खतरे के कारण मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल को भी सतर्क किया गया है। नेत्रा द्वारा देश में निर्मित निगरानी और निगरानी विमान के साथ-साथ AWACS या एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम भी दिल्ली की सुरक्षा के लिए आसमान में मौजूद रहेंगे। वह आसमान से ही हर गतिविधि पर अपनी पैनी नज़र बनाए रखेंगे। 
लड़ाकू विमानों को किया गया तैनात 
जानकारी के मुताबिक वायुसेना के लड़ाकू विमान अपने हवाई मार्गों को सुरक्षित करने के लिए उसी तरह उड़ान भर सकते हैं जैसे दुनिया के बड़े नेताओं के विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते हैं। इसी कारण से 24 घंटे के लिए राफेल, मिराज 2000 और सुखोई 30 को स्टैंडबाय पर रखा गया है। 
G20 के दौरान दिल्ली-NCR आसमान में ये सब निषेध 
G20 Summit के दौरान, दिल्ली-एनसीआर में यूएवी, पैराग्लाइडर, हॉट एयर बैलून और माइक्रोलाइट विमान परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। क्योंकि ड्रोन या आसमान में कुछ भी शिखर सम्मेलन को बाधित कर सकता है, इसलिए वायु सेना से जुड़े सुरक्षा संगठन कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसी किसी भी उड़ान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है और जो भी ऐसा करता पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
  • आपको जानकारी दें दें कि दिल्‍ली में G20 Summit का भव्य आयोजन 9 और 10 सितंबर को होना है।