एक विमान जो एक देश से दूसरे देश जा रहा है और ऐसे में एक बच्चे का जन्म विमान में हो जाए तो क्या होगा? बच्चे को किस देश की नागरिकता दी जाएगी? कई सारे सवाल पैदा होते है आज की खबर में हम आपको इससे जुड़ी सभी जानकारी देने वाले है। डेवी ओवेन जो सात महीने की गर्भवती थी। वह आइवरी कोस्ट से लंदन के लिए उड़ान भर रही थीं जब उन्होंने विमान में एक बच्चे को जन्म दिया।
महिला का पति उसके साथ नहीं था, सिर्फ उसकी चार साल की बेटी ही उसके साथ सफर कर रही थी. उन्होंने हर तरह से डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही यह यात्रा की थी। लेकिन इसी यात्रा के दौरान उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने विमान में ही बच्चे को जन्म दिया। फ्लाइट में मौजूद एक डच डॉक्टर ने उनकी डिलीवरी कराई। जब लड़के का जन्म हुआ तो विमान ब्रिटिश सीमा से कुछ ही दूरी पर था।
अब लड़की 28 साल की है और उसका नाम शोना है। वह दुनिया भर में स्काईबॉर्न के नाम से जाने जाने वाले 50 लोगों में से एक हैं। अब सवाल यह है कि 36 हजार फीट की ऊंचाई पर पैदा हुए बच्चे को कहां की नागरिकता मिलती है? एक्सपर्ट्स के मुताबिक- इसके लिए कोई एक नियम नहीं है। लेकिन याद रखें कि जिस देश से विमान उड़ान भर रहा है, उसे उस देश की भूमि या भूमि माना जाता है।
1961 में एक संधि सामने आई, जिसमें ये बात कही गई, वैसे तो ज्यादातर देश खून के आधार पर बच्चों को नागरिकता देते हैं। 1961 की एक संधि ऐसे बच्चों को नागरिकता प्राप्त करने में मदद करती है, जहां विवाद उत्पन्न होते हैं। इसमें कहा गया है कि उस देश की एयरलाइन को उस देश की नागरिकता मिल जाएगी।
अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, अगर किसी बच्चे का जन्म अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में होता है तो जन्म स्थान समुद्र लिखा जाना चाहिए। यदि विमान में जन्म हुआ हो तो उसे 'हवा में जन्मा' बच्चा माना जाता है।