गाजियाबाद के विजय नगर से एक बेहद ही दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां एक 14 साल के बच्चे की कुत्ते के काटने के कारण मौत हो जाती है। इस मामले ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। दरअसल हम किसी कुत्ते के कटाने की घटना को काफी ही हलके में ले लेते है, लेकिन यही हमारे ऊपर भरी पड़ जाता है। आज वो बच्चा इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसने एक बड़े सवाल को अपने पीछे छोड़ दिया है, हां एक ऐसा सवाल जिसका जवाव कोई नहीं दे सकता है।
खबर ये थी कि गाजियाबाद विजयनगर इलाके के चरण सिंह कॉलोनी में शाहवेज को एक कुत्ते ने काट लिया था। जिसके बारे में उसने अपने घर पर नहीं बताया था, लेकिन एक दिन ऐसा आया जब उसमें रेबीज के लक्षण दिखने लगे। इसके बाद बच्चे के घरवाले उसे कई अस्पतालों में लेकर गए जहां उसकी बिगड़ती हालात देख डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए और उसे एडमिट करने से मना कर दिया। इसके बाद बच्चे की उसके पिता की गोद में ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
पर उस बच्चे ने इस दुनिया से जाने के साथ कई सवालो को पीछे छोड़ दिया है। ऐसे तो आजतक एक भी ऐसी घटना सामने नहीं आई है, जिसमें कुत्ते के काटने से किसी की जान बच पाई हो लेकिन एक ऐसा मामला जिसे जानने के बाद आपको काफी हैरानी होगी कि जेना गिसे को पहले ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जो रेबीज के टिका लिए बिना है इस खतरनाक वायरस से बच पाई है।
विदेशो में कई ऐसे मामले सामने आए है, जिन्होंने एक ऐसे केस को जन्म दिया है, जो काफी ही हैरान करने वाले है। एक जानकारी के अनुसार स्पेन में एक पल ऐसा आया था, जब वहां के सारे लोग रात के अंधरे में निकलते थे और दिन की अंधरे में छुप जाते थे। कई घटना है, लेकिन सवाल एक ही है ऐसा क्यों होता है, तो आपको बता दे अभी तक रेबीज से बचने के लिए कोई ठोस दवा नहीं निकली है और इस फिल्ड में मेडिकल साइंस लगातार अपनी जांच जारी रखता है।
बता दें, रेबीज होने पर सिरदर्द, गले में खराश, जहां काटा है वहां जलन होना, मुंह से लार आना, पानी से डर लगना और दौरे पड़ना जैसे लत्र जैसे लक्षण दिखने लगते है। वहीं अगर आपको कभी कोई कुत्ता काट लेता है तो ऐसे में सबसे घाव को तुरंत साबुन से धो लें। फिर नजदीक के अस्पताल में जाएं और वहां रैबीज का टीका लगवाएं। मालूम हो पहला टीका 24 घंटे के अंदर लेना जरूरी है। इसके बाद आप डॉक्टर की सलाह पर आगे की चीजों को जारी रख सकते है।