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G20 में नज़र आएगी उस्ताद अलाउद्दीन खान साहब के यंत्र की खास पेशकश, मैहर बैंड भी होगा शामिल

दिल्ली में हो रहे G20 Summit में मध्य प्रदेश की समृद्ध संगीत और सांस्कृतिक विरासत की झलक भी देखने को मिलेगी। यहां आप भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा के संस्थापक उस्ताद अलाउद्दीन खान साहब का प्रसिद्ध मैहर बैंड भी सुन सकते हैं।

Desk Team
दिल्ली में हो रहे G20 Summit में मध्य प्रदेश की समृद्ध संगीत और सांस्कृतिक विरासत की झलक भी देखने को मिलेगी। यहां आप भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा के संस्थापक उस्ताद अलाउद्दीन खान साहब का प्रसिद्ध मैहर बैंड भी सुन सकते हैं। नल तरंग की प्रस्तुति स्थानीय छात्रा ज्योति प्रकाश द्वारा की जाएगी। इस वाद्य यंत्र के आविष्कारक बाबा अलाउद्दीन खान साहब थे।
G20 कॉन्फ्रेंस हॉल में गूंजेंगी नल तरंग की आवाज़ें 
मेहर बैंड, जो अब दुनिया भर में प्रसिद्ध है, की स्थापना भारतीय संगीत के जनक बाबा उस्ताद अलाउद्दीन खान ने की थी। उन्होंने ही नल तरंग का आविष्कार किया था। इस टैप वेव की लहरें अब कल पूरे G20 कॉन्फ्रेंस हॉल में गूंजेंगी। शनिवार, 9 सितंबर से 18वां G20  सम्मेलन दिल्ली में शुरू होगा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के दौरान बाबा अलाउद्दीन खान साहब का प्रसिद्ध मेहर बैंड भी बजेगा। बैठक में मैहर बैंड के छात्र ज्योति प्रकाश चौधरी को आमंत्रित किया गया है। वह नल तरंग का प्रदर्शन करेंगी।
बेहद ख़ास हैं ये यंत्र 
इस साल भारत 18वें G20 शिखर सम्मलेन की मेजबानी कर रहा हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन अंतरराष्ट्रीय सभा में उपस्थित शीर्ष G20 नेताओं में से एक हैं। इस बीच, राजधानी में विश्व नेताओं के आगमन की पूरी तैयारी कर ली गई है। इसमें दुनिया के 20 सबसे शक्तिशाली नेता आर्थिक और विकास संबंधी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इस सम्मेलन में स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु संकट और बहुआयामी विकास बैंकों की क्षमताओं जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे। हम खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा के बारे में भी बात करेंगे।
आयोजन में मैहर बैंड भी होगा शामिल 
एक विशेष संस्कृति में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। मेहर बैंड संगीत सम्राट बाबा अलाउद्दीन खान की रचना नल तरंग की अद्भुत प्रस्तुति देगा। नल तरंग बंदूक की बैरल से बनाई गई है, जिसकी मधुर ध्वनि से G20 सम्मेलन गूंज उठेगा। इसके लिए मैहर शासकीय संगीत विद्यालय की छात्रा ज्योति चौधरी का चयन किया गया है। उन्होंने नल तरंग का प्रदर्शन करके इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली की यात्रा की। ज्योति के पिता भी हारमोनियम वादक हैं।