सनातन धर्म पर आए दिन लोगों के बयान सामने आते रहते है। कभी ये बयान किसी बड़े राजनेता के द्वारा दिए जाते हैं तो कभी ये बयान किसी सेलिब्रिटी के द्वारा ये बयान दिए जाते हैं। कुछ दिनों पहले तमिलनाडु के मंत्री और सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से कर दी थी। वहीं ये मुद्दा ठंडा भी नहीं हुआ था, कि अब मशहूरअभिनेता प्रकाश राज ने भी सनातन धर्म की तुलना डेंगू से कर दी साथ ही कहा कि ये डेंगू बुखार की तरह है इसे मिटाया जाना चाहिए। इन सबसे अलग आईआईटी दिल्ली की एक प्रोफेसर ने भी हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी कर नया हंगामा खड़ा कर दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं इसके बाद उन्हें अरेस्ट करने की मांग छिड़े उठी है।
बता दें, आईआईटी दिल्ली में ह्यमैनिटिज एंड सोशल साइंसेज डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर दिव्या जी20 समिट पर एक विदेशी चैनल को इंटरव्यू दे रही थीं। इसी दौरान उन्होंने हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने फ्रांस 24 से कहा, 'दो तरह का भारत है। एक नस्ली जाति व्यवस्था वाला अतीत का भारत, जो बहुसंख्यक आबादी पर अत्याचार करता था। दूसरा फ्यूचर का भारत है, जिसमें जाति उत्पीड़न और हिंदुत्व नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य का भारत सामने आने को बेताब है।
वहीं जब फ्रांस के पत्रकार ने प्रोफेसर दिव्या से भारत के आर्थिक विकास पर चर्चा करते हुए उन्हें एक रिक्शावाले का उदाहरण दिया, तो इस पर प्रोफेसर ने कहा कि यह सब मीडिया द्वारा गढ़े किस्से भर हैं। बताते चले कि पत्रकार ने प्रोफेसर को यह समझाने की कोशिश की थी कि पीएम नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया कैंपेन ने पूरी दुनिया से जुड़ने और बिजनेस बढ़ाने में मदद की हैं।
हालांकि, सनातन धर्म पर प्रोफेसर के बयान के बाद, लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर हैं। लोग उन्हें अरेस्ट करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि लोगों का कहना है कि प्रोफेसर ने जो कहा है वे सनातन धर्म का अपमान है। वहीं एक यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा कि वे वैश्विक मंच पर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रही हैं।