एशियन गेम्स महिला किक्रेट में बीते दिन भारत ने श्री लकां की खिलाड़ियों को मात देकर गोल्ड मेडल जीत लिया। पर इस बार का एशियन गेम्स काफी विवादो से भरा हुआ है। पर एशियन गेम्स के लोगो को आप सही से देखे तो आपको उसमें 2023 की जगह 2022 लिखा हुआ नजर आएगा लेकिन ऐसा क्यों? हो सकता है आपके दिमाग में ये सवाल कई बार आया होगा। आज की खबर में हम आपको इसके पिछे की वजह के बारें में बतानें वालें है।
23 सितंबर 2023 को शुरू हुए एशियाई खेल का आयोजन इस साल चीन के हांगझू में हो रहा है। इस साल के एशियाई खेलों में अन्य महत्वपूर्ण बदलावों के साथ क्रिकेट और ई-स्पोर्ट्स भी शामिल हैं। जो इस साल सभी के लिए एक अलग ही रोमांच होगा। पर आप इस साल के लोगो को देखेगे तो आपको साल 2023 की जगह 2022 लिखी हुई है। जिसका मतलब यह है कि टूर्नामेंट मूल रूप से 2022 में आयोजित होने वाला था, लेकिन चीनी सरकार के प्रतिबंधों के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब इसे धूमधाम से आयोजित किया जा रहा है।
साथ ही हांग्जो में हो रहे एशियाई खेल में एथलीटों को दिए जाने वाले पदक सामान्य गोलाकार पदकों की तुलना में थोड़े चौकोर आकार के लग रहा है। जो हर बार के तुलना में अगल है इन पदकों को शान सुई नाम दिया गया, जिसका चीनी भाषा में अर्थ "पहाड़ और तालाब" है। यह पदक हांग्जो की सामान्य विशेषताओं को दर्शाता है। स्क्रॉल मेडल के सामने, हांग्जो की छवि उभरी हुई रेखाओं के साथ रेखांकित है। पदक पर क्रमशः तीन तरफ और एक तरफ धुंध भरी पहाड़ियों के पीछे एक शहर, एक झील और एक पहाड़ उकेरा गया है।
मेडल में पूरी तरह से पर्यावरण-अनुकूल निर्माण तकनीकों का उपयोग एक और अनूठी विशेषता है। इस पर हाथ से बुना हुआ रिबन चीनी संस्कृति को प्रदर्शित करता है।