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क्या Pakistan की खुफिया एजेंसी ISI ने कराई थी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या?

Desk Team

भारत और कनाडा के बीच बीते कुछ दिनों से खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बार बार भारत की खुफिया एजेंसियों पर आरोप लगाए जा रहे है।
हरदीप सिंह की हत्या का आरोप भारत पर लगाया
हरदीप सिंह की हत्या को लेकर 13 सितंबर को कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी का हाथ है।
पीएम ट्रूडों ने मांगी थी माफी
हालांकि इसके बाद ट्रूडों ने भारत पर लगाए आरोप को लेकर माफी मांग ली। इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि आखिर कनाडाई खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या किसने की। इसी सवाल के बारे में बात करें तो हरदीप सिंह की हत्या का आरोप अब पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई पर लग रहा है।
आईएसआई पर लगा हत्या का आरोप
ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकी सूत्रो से मिली जानकारी में कहा गया है कि निज्जर के किसी परिचित के बिना उसके करीब जाना असंभव था। सूत्रों का कहना है कि आईएसआई भारत को बैकफुट पर लाने के लिए निज्जर को खत्म करना चाहती होगी।उनके मुताबिक राहत राव और तारिक कियानी कनाडा में आईएसआई के दो एजेंट्स हैं जो पाकिस्तानी एजेंसी के लिए सबसे ज्यादा काम कर रहे हैं।

सूत्रों ने हत्या को लेकर क्या कहा
वो कथित तौर पर उन आतंकवादियों के भी हैंडलर हैं, जो भारत से आ रहे हैं और मोस्ट वांटेड की सूची में है। सूत्रों के मुताबिक, संभावित व्यावसायिक कारणों से और नए ड्रग पेडलर्स से अधिक फिरौती पाने के लिए राव और कियानी निज्जर की हत्या में शामिल हो सकते हैं।
अनजान व्यक्ति निज्जर के पास नहीं जा सकता था
सूत्रों ने यह भी कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति के लिए निज्जर के करीब जाना असंभव था क्योंकि वह बहुत सतर्क और सतर्क रहता था। हरदीप सिंह निज्जर के पड़ोस में मेजर जनरल से लेकर हवलदार तक कई पूर्व आईएसआई अधिकारी रहते हैं।
ड्रग कारोबार को नियंत्रण करने के लिए किया मर्डर
उन्होंने कहा कि निज्जर को खत्म करने का काम शायद इन्हीं लोगों में से किसी को दिया गया होगा, ताकि स्थानीय ड्रग कारोबार पर राव और कियानी का सीधा नियंत्रण हो सके। सूत्रों ने कहा कि निज्जर समय के साथ शक्तिशाली होता जा रहा था और स्थानीय कनाडाई समुदाय में भी लोकप्रियता हासिल कर रहा था।
हैप्पी पीएचडी कार्यकर्ता के बदले की हत्या
वहीं उनकी मौत को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बड़ी कार्रवाई में 'हैप्पी पीएचडी' जैसे युवा कार्यकर्ता मारे गए थे। इसलिए कनाडा में सभी अवैध व्यवसायों को दुबारा चलाने के लिए उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर को पहला लक्ष्य बनाया। और उसकी हत्या करा दी आपको बता दें कि खालिस्तानी
18 जून को हुई थी हरदीप सिंह की हत्या
आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की इस साल 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।